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COD से ऑर्डर किया मोबाइल, फिर पेमेंट के बदले डिलीवरी बॉय को दी दर्दनाक मौत...पढ़िए पूरी वारदात

Lucknow Murder Case: उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक शख्स ने ऑनलाइन दो मोबाइल फोन ऑर्डर किये और पेमेंटे देने की बजाय डिलीवरी बॉय की ही जान ले ली.

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Yashodhan.Sharma
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दिखावे के चक्कर में इंसान अब वहशी बनता जा रहा है. चकाचौंध और शो ऑफ आज कितना जानलेवा हो गया है, इसका ताजा उदाहरण हम उत्तर प्रदेश के लखनऊ में देख सकते हैं. यहां एक शख्स ने ऑनलाइन दो मोबाइल फोन ऑर्डर किये और पेमेंटे देने की बजाय डिलीवरी बॉय की ही जान ले ली. इसके बाद दोनों मोबाइल भी चुरा लिए. इधर, जब डिलीवरी बॉय घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की. हफ्ते भर बाद अब पुलिस की जांच में दो हत्या के आरोपी पकड़े गए हैं. लेकिन क्या है पूरा मामला ये भी जान लीजिए... 

मृतक की पहचान भरत कुमार नाम से हुई है. 30 वर्षीय भरत एक ई-कॉमर्स कंपनी कंपनी में डिलीवरी बॉय का काम करता था. दरअसल, बीते दिनों लखनऊ के चिनहट निवासी हिमांशु कनौजिया के नंबर से दो फोन ऑर्डर किए गए थे. एक Google Pixel और दूसरा Vivo का, जो कि एक लाख रुपये के करीब की कीमत के थे. 

कैसे हुई वारदात

मिली जानकारी के अनुसार भरत 24 सितंबर को मोबाइल डिलीवर करने के लिए चिनहट के देवा रोड स्थित हिमांशु के घर के पहुंचा. यहां भरत ने फोन किया तो हिमांशु ने कॉन्फ्रेंस कॉल कर अपने साथी गजानन से उसकी बात कराई. गजानन ने कहा, वह मोबाइल रिसीव कर लेगा. लेकिन मौका पाकर गजानन ने अपने साथी आकाश के साथ मिलकर भरत को गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद उससे मोबाइल व पैसे लूट लिए, और शव को बोरे में भरकर इंदिरा नहर में फेंककर ठिकाने लगा दिया. 

इस वारदात में गजानन मुख्य आरोपी है, जबकि आकाश और हिमांशु ने उसका हाथ बंटाया है. गजानन अभी भी फरार है, जबकि आकाश और हिमांशु को गिरफ्तार कर लिया गया है. 

दोनों न दोस्त और न दुश्मन 

बता दें कि गजानन ने दो महीने तक भरत के साथ एक ही कंपनी में काम किया था.  गजानन को लेकर भरत के भाई प्रेम कुमार ने कहा कि दोनों न तो दोस्त थे और न ही कोई दुश्मनी थी. गजानन ने कंपनी में करीब ढाई लाख रुपये का हेरफेर किया था. उसके पास से काफी सामान मिला था. इस वजह से उसे नौकरी से निकाल दिया गया था. वर्तमान में अभी वह हार्डवेयर की छोटी सी दुकान चलाता है, जबकि आकाश कॉरपोरेट है.

गुमशुदगी की रिपोर्ट के बाद पुलिस एक्टिव 

इस मामले में परिवार ने 25 सितंबर को गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने भरत के कॉल डिटेल निकाले. इसके ही जरिए गजानन का नंबर ट्रेस किया और उसके दोनों दोस्तों को हिरासत में लिया. आकाश ने पूछताछ के दौरान अपराध कबूल कर लिया. हालांकि, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम इंदिरा नहर में शव की तलाश कर रहा है. 

 

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