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अमेठी से राहुल गांधी ने हार मानी, स्मृति ईरानी को कहा...

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए सुबह से शुरू हुई मतगणना में बीजेपी बढ़त बनाए हुए है. बृहस्पतिवार को सुबह 8 बजे से मतगणना की शुरुआत हो गई. उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों और उत्तराखंड की 5 सीटों पर मतगणना जारी है. रुझानों के मुताबिक बीजेपी को 60, कांग्रेस को 1, सपा-बसपा गठबंधन को 17 सीटों पर जीत मिल सकती है.

Updated on: 23 May 2019, 05:55 PM

highlights

  • राहुल गांधी शाम 5 बजे तक 24084 वोटों से आगे
  • कांग्रेस की सिर्फ रायबरेली सीट बचेगी

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए सुबह से शुरू हुई मतगणना में बीजेपी बढ़त बनाए हुए है. बृहस्पतिवार को सुबह 8 बजे से मतगणना की शुरुआत हो गई. उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों और उत्तराखंड की 5 सीटों पर मतगणना जारी है. रुझानों के मुताबिक बीजेपी को 60, कांग्रेस को 1, सपा-बसपा गठबंधन को 17 सीटों पर जीत मिल सकती है.

लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 में सबसे ज्यादा जिस सीट को लेकर संशय बना है वह कांग्रेस की परंपरागत सीट अमेठी है. अमेठी सीट हमेशा से कांग्रेस की ही रही है. लेकिन इस बार वहां बीजेपी कब्जा जमाने की तैयारी में है. अमेठी से 2014 में राहुल गांधी को टक्कर देने वाली स्मृति ईरानी एक बार फिर अमेठी से अपनी किस्मत आजमा रही हैं.

वह इस समय 24084 वोटों से आगे हैं. जिससे माना जा रहा है कि राहुल गांधी की हार निश्चित है. अगर ऐसा होता है तो यह हार बहुत बड़ी हार होगी. राहुल गांधी 2019 में 2 जगहों से चुनाव लड़ रहा हैं. वह केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं. हालांकि जब उन्होंने वायनाड सीट से लड़ने का फैसला किया था तो बीजेपी ने कहा था कि वह भाग रहे हैं. क्योंकि उन्हें अमेठी में अपनी हार का डर है.

शायद राहुल गांधी ने अपनी हार को भांप लिया था. इसी वजह से उन्हें वायनाड सीट का रुख करना पड़ा. राहुल गांधी की इस हार से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की केवल रायबरेली सीट ही रह जाएगी. बीजेपी को इस जीत का श्रेय स्मृति ईरानी को देना चाहिए. क्योंकि 2014 में स्मृति ने हारने के बाद भी अमेठी जाना नहीं छोड़ा.

वह वहां जाती रहीं और लोगों की समस्याओं को सुनती रहीं. अमेठी में स्मृति ने अपनी जमीन बनाई है. राहुल गांधी के हाथ से अमेठी का निकलना बेहद चिंता का विषय है. क्योंकि इसके बाद से राहुल गांधी के नेतृत्व पर भी सवाल उठने लगेंगे. कांग्रेस ने प्रियंका को उतार कर एक अच्छी बाजी चली थी. लेकिन वह कांग्रेस के किसी काम नहीं आ सकी.

कांग्रेस अध्यक्ष ने बृहस्पतिवार को प्रेस कान्फ्रेंस किया. यहां उन्होंने कहा कि वह अमेठी से अपनी हार को स्वीकार करते हैं. आगे उन्होंने कहा कि स्मृति ईरानी जी वहां से जीती हैं. अमेठी की जनता ने उन पर विश्वास जताया है, इस लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं और चाहूंगा कि वह अमेठी की जनता के हित में काम करें.