सीमा सुरक्षा बल (BSF) से बर्खास्त कांस्टेबल तेज बहादुर यादव वाराणसी संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने बताया कि मैं प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि आपने पिछले लोकसभा चुनाव में इतने वादे किए थे, उसका अब तक क्या हुआ. ये लड़ाई बराबरी की है. एक तरफ आपके पास असली चौकीदार है वहीं दूसरी तरफ आपके पास नकली चौकीदार है. बता दें कि बीएसएफ कांस्टेबल तेज बहादुर को 2017 में उसकी नौकरी से निकाल दिया है. उन्होंने एक वीडियो रिलीज किया था. जिसमें बीएसएफ के जवानों को दिए जाने वाले खाने को दिखाया था. उन्होंने बताया कि जवानों को अच्छा खाना नहीं दिया जा रहा है.
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तेज बहादुर अब राजनीति में प्रवेश कर लिया है. बीएसएफ के जवान रहते उन्होंने लोगों को सीमा पर सुरक्षा की. अब नेता बनकर लोगों की आवाज को उठाएंगे और उनका सहारा बनेंगे. तेज बहादुर यादव वाराणसी संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. बता दें कि वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी भी चुनाव लड़ रहे हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी संसदीय क्षेत्र से जीत दर्ज की थी. उन्होंने पीएम मोदी से पूछा कि उन्होंने कहा था अर्धसैनिक बलों के जवानों को शहीद का दर्जा देंगे, उन्हें पेंशन देंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. अब तेज बहादुर पीएम मोदी को चुनावी मैदान में टक्कर देंगे.
Source : News Nation Bureau