कोरोना के प्रकोप के कारण पूरे देश में हुए लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने के लिए पुलिस प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. इसके बावजूद लोग मान नहीं रहे हैं. लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह-जनपद में गोरखपुर के बेतियाहाता की मलिन बस्ती (झुग्गी झोपड़ी) में लॉकडाउन के नियमों का पालन हो रहा है. इन लोगों ने अपने को पढ़े लिखों से ज्यादा समझदार साबित किया है.
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मलिन बस्ती के नागरिकों ने यहां पर अंदर आने वाले सभी रास्तों पर खुद ही बैरियर लगा दिया है, ताकि न कोई बाहरी व्यक्ति अंदर आ सके और न कोई बाहर निकल सके. बस्ती में प्रतिदिन सफाई के साथ सेनिटाइजर का छिड़काव भी हो रहा है. स्थानीय पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी ने बताया कि इस मलिन बस्ती में करीब 300 लोग निवास करते हैं. यह सब दिहाड़ी पर काम करते हैं. कोई ठेलिया, खोमचा या अन्य काम करके अपना जीवन यापन कर रहे हैं. इस क्षेत्र को महामारी से बचाने के लिए यहां पर सौ फीसदी लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है. यहां पर इस समय किसी को आने - जाने की मनाही है. अगर किसी को जरूरत है तो वह बगैर मास्क के नहीं निकल रहा है.
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उन्होंने बताया कि सभी के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है. यहां पर भोजन की व्यवस्था की जा रही है. कुछ ऐसे लोग है जिन्हें राशन की जरूरत है उसकी सूची प्रशासन के अफसर को दे दी गई है. अगर वह व्यवस्था नहीं करेंगे तो इसे खुद ही वितरित कराया जाएगा. बस्ती के रहने वाले करूणेश ने बताया कि लॉकडाउन में भी सन्नटा होने के कारण कुछ बच्चे बार-बार सड़क पर चले जा रहे थे. इसको देखते हुए हम लोगों ने सभी रास्तों पर एक तरह की नाकेबंदी कर दी है. किसी भी बाहरी व्यक्ति को बस्ती के अंदर नहीं आने दिया जा रहा है. बाहरी लोगों के आने जाने से रोकने के लिए बारी-बारी से ड्यूटी भी लगायी गई है.
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बस्ती के सचिन ने बताया, "कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए हमलोग पूरी तरह सजग हैं. बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. सफाई का विशेष तौर पर ध्यान रखा जा रहा है. इस क्षेत्र को लगातार सेनिटाइज किया जा रहा है. बच्चों और बड़ों को घर में ही रहने की अपील की जा रही है." उन्होंने बताया कि हमलोग सरकारी एडवाइजरी का पूरी तरह पालन कर रहे हैं. बस्ती में रहने वालों की मदद के लिए वाट्सएप पर एक ग्रुप बनाया गया है, जिसके जरिये लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इसके अलावा दिवारों पर पोस्टर चस्पा करके लोगों का अगाह किया जा रहा है.
Source : IANS