पूरे देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है. ऐसे में सभी लोगों को अपने घरों में ही रहना पड़ रहा है. इनमें सबसे ज्यादा दिक्कत घर से दूर रह रहे उन लोगों को भी हो रही है जो अचानक हुए लॉकडाउन की वजह से घर नहीं जा पाए और अपने पीजी में ही फंसे रह गए. ऐसा ही एक मामला ग्रेटर नोएडा से सामने आया है जहां एक छात्रा अपने पीजी में 24 घंटे से भूखी अकेले कैद थी. बाद में उसने हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके मदद मांगी तब जाकर उसे बाहर निकाला गया.
मामला ग्रेटेर नोएडा के बीटा 2 थाना क्षेत्र का है जहां एक पीजी में एक छात्रा अकेले थी और 24 घंटे से भूखी थी. उसके माता- पिता गुरुग्राम में रहते हैं. अचानक हुए लॉकडाउन की वजह से वो अपने घर नहीं जा पाई और पीजी में ही फंस गई. 24 घंटे भूखे रहने के बाद छात्रा ने हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया तब जाकर नोएडा पुलिस वहां पहुंची और उसे लेकर गुरुग्राम रवाना हुई.
यह भी पढ़ें: पीएम नरेंद्र मोदी जी-20 देशों संग आज बनाएंगे कोरोना से जंग का एक्शन प्लान
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए देशभर में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन का ऐलान किया था. वहीं बात करें आंकड़ों की तो बुधवार को देश भर में कोरोना वायरस (Corona Virus) से संक्रमण के 101 नए मामले सामने आए, जिसके साथ ही कोविड-19 संक्रमित मामलों की संख्या 645 के पार जा पहुंची है. बुधवार को 3 मौतों के साथ मृतकों की संख्या भी 12 पार कर गई है. गोवा (Goa) में भी वायरस संक्रमित पहला मामला सामने आया है. दुनिया भर में कोरोना वायरस फिलहाल 20 हजार 334 लोगों को अपना निवाला बना चुका है.
यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस के चलते यहां लग सकता है लाशों का ढेर, हो रही यह तैयारी
महाराष्ट्र में 122 मामले
कोविड-19इंडिया डॉट ओआरजी की डैशबोर्ड पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के 645 मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें से 591 सक्रिय मामले हैं, जबकि इससे पीड़ित 43 मरीज ठीक हो चुके हैं और इस घातक बीमारी की चपेट में आने से 12 लोगों की मौत हो गई है. देश में सबसे ज्यादा 122 मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं, जिनमें से दो की मौत हो चुकी है. इसके बाद केरल में कोरोना वायरस के 118 मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें से चार मरीज ठीक हो चुके हैं. कर्नाटक में 51 मामले सामने आए हैं, जिनमें से तीन ठीक हो चुके हैं, जबकि एक की मौत हो चुकी है.