Varanasi Leopard Attack: वारणसी में तेंदुए की दहशत, डर के साए में बीत रहा हर पल, देखिए क्या बोले लोग

Varanasi Leopard Attack: वाराणसी के चिरईगांव क्षेत्र में एक तेंदुए की मौजूदगी ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है। बीते शुक्रवार को ग्राम पंचायत गौराकला के पास स्थित करौधा के बगीचे में यह तेंदुआ करीब आठ घंटे तक छिपा रहा।

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Dheeraj Sharma
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Varanasi Leopard Attack: वाराणसी के चिरईगांव क्षेत्र में एक तेंदुए की मौजूदगी ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है। बीते शुक्रवार को ग्राम पंचायत गौराकला के पास स्थित करौधा के बगीचे में यह तेंदुआ करीब आठ घंटे तक छिपा रहा। शाम पांच बजे अचानक दहाड़ते हुए बाहर निकला और तीन लोगों पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।

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तेंदुआ बाद में पास ही स्थित चिरईगांव सोनकर बस्ती के पास गोपाल मौर्य के करौंदा बाग में छिप गया। वन विभाग और पुलिस की टीमें रातभर इलाके की निगरानी करती रहीं, लेकिन तेंदुए का फिर कोई सुराग नहीं मिला। स्थानीय लोगों का आरोप है कि वन विभाग की लापरवाही और संसाधनों की कमी के चलते तेंदुआ इतने लंबे समय तक घेरे में रहने के बावजूद भागने में सफल रहा और लोगों पर हमला कर गया।

ग्रामीणों में भय का माहौल

तेंदुए की उपस्थिति की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। गांवों में लोगों ने दरवाजे बंद कर लिए और छतों पर जागकर रात बिताई। शनिवार को यह सूचना आई कि तेंदुआ चिरईगांव ब्लॉक के पास स्थित रुस्तमपुर गांव के पुराने ईंट भट्ठे में देखा गया है। इससे आसपास के गांव—जैसे चूना डीह, सीवों, बरियासनपुर आदि—में और अधिक दहशत फैल गई। हालांकि, बाद में अधिकारियों ने पुष्टि की कि वह सूचना गलत थी।

अभियान तेज, लोकेशन का नहीं चला पता

तेंदुए के लोकेशन में लगातार बदलाव आने के कारण वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने काम्बिंग ऑपरेशन का दायरा बढ़ा दिया है। एसडीओ राकेश कुमार ने बताया कि तेंदुआ संभवतः उसी रास्ते से वापस गया है जिससे वह आया था। इस आधार पर गंगा किनारे के दर्जनों गांवों में सर्च ऑपरेशन की योजना बनाई गई है, जो एक पखवारे तक चल सकता है।

पिंजरे और उपकरणों के साथ टीम सतर्क

वन विभाग की डीएफओ स्वाति सिंह ने बताया कि विभागीय टीमें पिंजरे और अन्य जरूरी उपकरणों के साथ संभावित क्षेत्रों में काम्बिंग कर रही हैं। तीन दर्जन से अधिक कर्मचारी और पुलिस बल इसमें शामिल हैं। साथ ही, लखनऊ से एक विशेष मेडिकल टीम भी वाराणसी पहुंच चुकी है जो लोकेशन मिलने पर तत्काल सक्रिय होगी।

हालांकि अभी तक तेंदुए की स्पष्ट लोकेशन नहीं मिली है, लेकिन विभाग की रणनीति में तेजी और सतर्कता बनी हुई है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और सतर्क रहें।

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