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यूपी: जब बैलगाड़ी और ई-रिक्शा से विधानसभा पहुंचे विधायक बने चर्चा का विषय

हंगामें के बीच दो विधायकों ने अनोखे अंदाज में विधानसभा पहुंच कर नई चर्चा को जन्म दिया।

Updated on: 16 May 2017, 12:17 AM

highlights

  • योगी सरकार बनने के बाद के विधानसभा सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा
  • हंगामें के बीच दो विधायकों ने अनोखे अंदाज में विधानसभा पहुंच कर नई चर्चा को जन्म दिया

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के पहले बार शुरू हुआ विधानसभा सत्र काफी हंगामेदार रहा। लेकिन इस हंगामें के बीच दो विधायकों ने अनोखे अंदाज में विधानसभा पहुंच कर नई चर्चा को जन्म दिया।

दरअसल झांसी के गरौठा से बीजेपी के विधायक जवाहर लाल राजपूत सत्र शामिल होने के लिए बैलगाड़ी से विधानसभा पंहुचें थे। राजपूत ने कहा कि वे नेता नहीं किसान हैं।

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उनकी बैलगाड़ी के किनारे बंधी एक तख्ती पर लिखा हुआ था 'नेता नहीं, किसान हूं मैं'। बैलगाड़ी को बकायदा फूलों से सजाया गया था।दो सफेद बैलों को मालाएं पहनाई गई थीं। बैलगाड़ी से विधानसभा प्रांगड में पहुंचे राजपूत को पहले तो प्रवेश करने से रोक दिया गया। लेकिन बाद में उन्हें इसकी इजाजत मिल गई।

वहीं बाद में बैल गाड़ी चालक को उसका किराया नहीं देने को लेकर मीडिया में खबरे उड़ी और ये भी चर्चा का विषय बन गई। इसी तरह विधानभवन में श्रावस्ती के भिनगा से बसपा विधायक मोहम्मद असलम राइनी ने विधानसभा के मुख्य द्वार तक का सफर ई-रिक्शा से तय किया। वह भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बने रहे।

IANS के इनपुट के साथ

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