Noida Crime News: उत्तर प्रदेश के नोएडा में नकली दस्तावेजों के जरिए 95 करोड़ की सरकारी जमीन बेचने की साजिश रचने वाले 3 आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए. ये कार्रवाई तो मंगलवार को की गई, लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि आखिर इस भूमाफिया गैंग का सरगना कौन है और कैसे ये काम करता था.
ये है आरोपियों की पहचान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस की एक टीम ने बीते मंगलवार को 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान राकेश कुमार, सिराजुद्दीन और महेंद्र कुमार पटवारी के रूप में हुई थी. इस गिरोह का सरगना राकेश कुमार है जो कि हरियाणा के जिला पानीपत अंतर्गत थाना इसराना के ब्राह्मण माजरा निवासी है.
निरअक्षर को बनाया चेयरमैन
इस पूछताछ में मालूम चला कि जालसाजों ने मेरठ के दरौला थाना अंतर्गत बलोदपुर निवासी एक निरक्षर को चेयरमैन बनाया, जिसका नाम सिराजुद्दीन था. इसके बाद सिराजुद्दीन की फोटो लगाकर जाली आधार, पैन, किसान बही में नाम पता चेयरमैन मुजाहिद हुसैन का दर्ज कराया.
ऐसे तैयार किये फर्जी कागजात
डीसीपी ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि गिरोह का एक अन्य सदस्य फर्जी कागजात बनवाता था, जिसकी पहचान बुलंदशहर के अगौता थाना अंतर्गत ग्राम अजीतपुर निवासी महेंद्र कुमार पटवारी के रूप में हुई है. इस मामले में भी उसने बुलंदशहर के एक साइबर कैफे से कंप्यूटर एडिटिंग से चेयरमैन के नाम से जाली आधार, पैन व जोत बही आदि बनवाए थे. आरोपित कैफे संचालक का पता लगाया जा रहा है. हालांकि, आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
लोन मंजूर कराने की फिराक में थे बदमाश
डीसीपी ने आगे बताया कि गिरोह दो साल से उक्त जमीन को 95 करोड़ में बेचने की साजिश रच रहा था. इस जमीन के आधार पर पटियाला कोर्ट में सिराजुद्दीन के नाम पर 200 करोड़ का लोन मंजूर कराने की फिराक में थे. इसके लिए यस बैंक में तीन खाते भी खुलवाए गए थे. महेंद्र पटवारी का दादरी तहसील में आना जाना था, जिससे वह तहसील से संबंधित जमीन के फर्जी कागजात जल्द तैयार करा देता था.
ये था पूरा मामला
बता दें कि ये भू-माफिया गिरोह नगर पंचायत डासना के चेयरमैन मुजाहिद हुसैन बनकर उन्हीं की जमीन बेचने का प्रयास कर रहा था. आरोपी चेयरमैन के आधार, पैन, समेत अन्य फर्जी कागजात उन्हीं के नाम से बनवा कर फोटो दूसरे व्यक्ति की लगवा कर 95 करोड़ में बेचने की तैयारी में थे. चेयरमैन की शिकायत पर पुलिस ने तीन आरोपिताें को धर दबोचा. फिलहाल, पुलिस अन्य फरार आरोपियों की तलाश कर रही है. सभी गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा बीएनएस के तहत मामला दर्ज किये गये हैं. पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की भी गिरफ्तारी के प्रयास भी कर रही है.