Independence Day 2025: झिझक से आत्मविश्वास की ओर बढ़े कदम, बन गई लखपति दीदी, लाल किले के झंडारोहण की विशिष्ट अतिथि

Independence Day 2025: भारत सरकार की फ्लैगशिप योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी संतोषी देवी. कम समय में ही आत्मनिर्भरता का सफल आयाम गढ़ा.

Independence Day 2025: भारत सरकार की फ्लैगशिप योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी संतोषी देवी. कम समय में ही आत्मनिर्भरता का सफल आयाम गढ़ा.

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Mohit Saxena
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indpendence day Photograph: (social media)

Independence Day 2025: कहते है कि अगर हौसले बुलंद हों तो बड़े से बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है. यूपी के भदोही की लखपति दीदी संतोषी देवी को देश की राजधानी में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में शामिल होने वाली हैं. संतोषी देवी नई दिल्ली के लाल किले पर होने वाले झंडारोहण और सांस्कृतिक कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित हैं. भारत सरकार की फ्लैगशिप योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह से जुड़कर संतोषी देवी ने अल्प समय में ही आत्मनिर्भरता का सफल आयाम गढ़ा है. 

एक लाख से अधिक की सालाना कमाई कर रही हैं

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उन्होंने एस.एच.जी. (स्वयं सहायता समूह) के प्लान जरिए ऋण लेकर व्यवसाय शुरू किया. आज वह एक लाख से अधिक की सालाना कमाई कर रही हैं. सीडीओ बाल गोविंद शुक्ला ने बताया कि लखपति दीदियों की सूची मांग के बाद उच्च कार्यालय को भेजी गई थी. सफलता के कहानी के अनुसार भदोही की लखपति दीदी संतोषी देवी का आमंत्रण आया है. 12 अगस्त की शाम वह जनपद से लखनऊ जाएंगी. जहां से उन्हें अन्य महिलाओं एवं अतिथियों के साथ नई दिल्ली के स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम  के लिए ले जाया जाएगा.

सरकार की यह योजना महिला सशक्तिकरण, स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता का आधार बनकर उभर रही है. एनआरएलएम की स्वयं सहायता समूह महिलाओं के साथ उनके परिवारों को नई दिशा दे रही है. योजना का मकसद आय के साधन बढ़ाकर गरीब परिवार की महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है. और वास्तव में यह योजना गरीबी उन्मूलन के दिशा में सार्थक पहल साबित हो रही है.

सफलता की कहानी

संतोषी देवी भदोही के ब्लॉक ज्ञानपुर क्षेत्र के लक्ष्मणपट्टी गांव की रहने वाली हैं. साल 2019 में संतोषी देवी गांव के 'अनन्या स्वयं सहायता समूह ' से सदस्य के रूप में जुड़ीं. इसके बाद घरेलू कार्य तक सीमित और घूंघट में रहनेवाली संतोषी देवी की झिझक खुली. मीटिंग के जरिए उनकी समझ विकसित हुई और उन्होंने पहले माइक्रो फाइनेंस कंपनी 'रंग दे' से 80 हजार रुपये का लोन प्राप्त किया. इसके बाद समूह के सीसीएल योजना के माध्यम से 50 हजार रुपए का ऋण लिया. छोटा मोटा काम धंधा शुरू किया. इसके बाद उन्होंने 01 लाख 10 हजार रुपए सीआईएफ योजना के जरिए कर्ज लिया. बचत और कर्ज के पैसे से उन्होंने करीब 01 साल पहले महादेव साड़ी सेंटर और लघु टेंट हाउस का बिजनेस स्टार्ट किया था.

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