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लखीमपुर हिंसाः क्रूरता की हदें हुई पार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कई खुलासे

Lakhimpur Kheri Incident: किसी की गोली लगने से नहीं हुई मौत, जानें पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या आया सामने

Updated on: 05 Oct 2021, 09:26 AM

highlights

  • लखीमपुर खीरी हिंसा में मार गए लोगों का पोस्टमार्टम रिपोर्ट आया सामने
  • चारों किसानों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई सामने
  • किसी की भी गोली लगने से नहीं हुई है मौत

नई दिल्ली :

यूपी के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में मारे गए 8 लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Postmortem Report) सामने आ गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने की बात सामने नहीं आई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डंडो की पिटाई से बैक बोन और गले की हड्डी में चोट लगने, पिटाई की वजह से दिमाग में ब्लड क्लॉटिंग होने, शरीर में अन्य कई जगह अंदरूनी चोट लगने, एक्सीडेंटल इंजुरी, सिर पर घारदार हथियार से वार होने, आपाधापी में शरीर के दूसरे अंगों पर चोट लगने के कारण मृत्यु होने की बात कही गई है. 

संयुक्त किसान मोर्चा ने दावा किया था कि चार किसानों में से एक किसान की हत्या केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष (मोनू) मिश्रा ने गोली मारकर की है. अन्य किसानों को गाड़ी से कुचलकर मारा गया है. हालांकि किसानों के शव की पोस्टमार्टम सामने आने के बाद गोली मारने की बात महज अफवाह साबित हुई है. 

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बता दें कि रविवार शाम को लखीमपुर खीरी में कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों पर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे की गाड़ी चढ़ गई . जिसमें चार किसान की मौत हो गई. इसके बाद किसान और टेनी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. जिसमें टेनी के 3 कार्यकर्ता और ड्राइवर की मौत हो गई. वहीं, हिंसा में एक पत्रकार जख्मी हो गया. जिसका 4 अक्टूबर को इलाज के दौरान मौत हो गई. 

इधर सोमवार को किसान संगठनों और प्रशासन के बीच कई दौर की वार्ता के बाद समझौता हो गया. मृतकों के परिवारवालों को 45-45 लाख का मुआवजा, एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया गया.इसके साथ ही पूरे मामले की न्यायिक जांच कराए जाने को लेकर समझौता हुआ.