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लखीमपुर केस: अशीष मिश्रा की बेल पर सियासत तेज, विपक्ष के निशाने पर BJP

Lakhimpur Kheri case: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा केस में  केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्रा को (Ashish Mishra) को अदालत ने जमानत दे दी है.

Updated on: 10 Feb 2022, 04:36 PM

नई दिल्ली:

Lakhimpur Kheri case: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा केस में  केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्रा को (Ashish Mishra) को अदालत ने जमानत दे दी है. अशीष मिश्रा को जमानत पूरे 124 दिन बाद मिली है. आपको बता दें कि 3 अक्टूबर 2021 को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हिंसा थी. पुलिस ने 9 अक्टूबर को हिंसा के आरोप में आशीष मिश्रा को गिरफ्तार किया था. हालांकि उन्होंने अपने आपको बेकसूर बताया था. वहीं, आशीष मिश्रा को कोर्ट से जमानत जरूर मिल गई है, लेकिन उनको जेल से बाहर आने में एक-दो दिन का समय लग सकता है. वहीं, आशीष मिश्रा की जमानत पर यूपी की सियासत तेज हो गई है. 

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि अशीष मिश्रा को इसलिए जमानत पर छोड़ा जा रहा है, क्योंकि वह एक मंत्री का बेटा है. भारतीय जनता पार्टी को पता है कि वह यूपी में चुनाव हार रही है. इसलिए भाजपा आशीष शर्मा को जमानत पर छुड़वा को ब्राह्मणों को संदेश देना चाहती है कि यह जमानत केवल उनके प्रयासों का नतीजा है.

ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे को जमानत जरूर मिल गई है, लेकिन लखीमपुर खीरी कांड और गाजीपुर बॉर्डर पर मरने वाले किसानों को न्याय नहीं मिला है. राजभर ने कहा कि जिसमें भाजपा के हित हैं, उसको जमानत मिल जाती है और जहां उसको कोई लाभ नहीं उसको जमानत नहीं मिल पाती.