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कुशीनगर हादसा: 13 हुई जान गंवाने वालों की संख्या, पीएम मोदी ने जताई संवेदना

गोरखपुर जोन के एडीजी अखिल कुमार ने बताया कि कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया में बीती रात साढ़े बजे के करीब हुए हादसे में 13 की मौत हो गई. हल्दी के रस्म के दौरान कुएं पर रखे स्लैब पर कुछ लोग बैठे थे. वजन बढ़ने से स्लैब टूट गया और लोग कुएं मे गिर गए.

Updated on: 17 Feb 2022, 09:04 AM

highlights

  • पीएम मोदी ने कुशीनगर हादसे को हृदयविदारक बताया और संवेदना जताई
  • प्रशासन की ओर से मृतकों के परिजनों को 4 लाख का मुआवजा दिया जाएगा
  • कुशीनगर हादसे में लापरवाही कहां और कैसे हुई इसकी जांच कराई जा रही

 

कुशीनगर:

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के नौरंगिया गांव में बुधवार रात हल्दी की रस्म के दौरान कुएं पर हुए हादसे में मरने वालों की संख्या 13 हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह इस हादसे को हृदयविदारक बताते हुए शोक जताया. उन्होंने ट्वीट किया, 'उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुआ हादसा हृदयविदारक है. इसमें जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. इसके साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. स्थानीय प्रशासन हर संभव मदद में जुटा है.'

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बयान जारी कर बताया कि योगी आदित्यनाथ ने जनपद कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र में कुए में गिरने की दुर्घटना में लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर बचाव व राहत कार्य संचालित करने तथा हादसे में घायल लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं. 

मृतकों के परिजनों को 4 लाख का मुआवजा

गोरखपुर जोन के एडीजी अखिल कुमार ने बताया कि कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया में बीती रात साढ़े बजे के करीब हुए हादसे में 13 की मौत हो गई. शादी समारोह में हल्दी के रस्म के दौरान कुएं पर रखे स्लैब पर कुछ लोग बैठे थे. वजन बढ़ने से स्लैब टूट गया और लोग कुएं में गिर गए. डीएम एस राजलिंगम और एसपी सचिन्द्र पटेल ने बताया कि इस लोमहर्षक घटना से सभी स्तब्ध हैं. घटना में लापरवाही कहां और कैसे हुई इसकी जांच कराई जा रही है. मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची. उन्होंने रेस्क्यू आपरेशन कर कई लोगों को बाहर निकाला.  

शादी समारोह की रस्म देख रहे थे लोग

हादसे की खबर से आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस और गांव वालों की मदद से बचाव का काम सुबह तक जारी रहा. चश्मदीदों के मुताबिक नौरंगिया गांव के स्कूल टोला में शादी के दौरान गांव की महिलाएं और लड़कियां शादी वाले घर के पास कुएं पर खड़ीं थीं. हल्दी की रस्म निभाई जानी थी. अधिक संख्या में महिलाओं और लड़कियों के खड़े के कारण अचानक कुएं पर लगी लोहे की जाली टूट गई. जाली टूटते ही महिलाएं और लड़कियां कुएं में जा गिरी. बताया गया कि हादसे में दो महिलाओं और 11 बच्चों के मौत हो गई. 

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राहत में देरी से नहीं बचाई जा सकी जान

हादसे के तुरंत बाद वहां मौजूद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी. इसके साथ ही स्थानीय लोगों ने बिना देरी गिए राहत बचाव कार्य शुरू किया गया. लेकिन ज्यादार महिलाओं को बचाया न जा सका. ग्रामीणों की मदद से पुलिस सभी को बाहर निकाला. इसमें डेढ़ घंटे लग गए. काफी देर हो चुकी थी. 11 घायलों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया. कोटवा सीएचसी में भर्ती दो बच्चों ने भी दम तोड़ दिया. सीएमएस डा एसके वर्मा ने बताया कि पांच से 25 वर्ष के नौ लोगों की और दो महिलाओं की मौत पहले ही हो गई. बाद में इलाज के दौरान दो और मौत हो गई. बाकी घायलों का इलाज चल रहा है.