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मुजफ्फरनगर में आज हुंकार भरेंगे किसान, 300 संगठन जुटेंगे महापंचायत में

60 किसान संगठन हरियाणा, पंजाब और राजस्थान से हैं. महापंचायत को देखते हुए यूपी पुलिस अलर्ट पर है. वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि अगर किसानों को रोका गया तो बैरिकेट तोड़ देंगे. 

Updated on: 05 Sep 2021, 07:45 AM

नई दिल्ली :

देशभर के 300 से अधिक किसान संगठन यूपी के मुजफ्फरनगर में हुंकार भरने के लिए तैयार हैं. मुजफ्फरनगर में आज यानी रविवार को किसान महापंचायत होने वाली है. महापंचायत में शामिल होने के लिए हजारों किसान मुजफ्फरनगर पहुंचने लगे हैं. बताया जा रहा है कि 60 किसान संगठन हरियाणा, पंजाब और राजस्थान से हैं. महापंचायत को देखते हुए यूपी पुलिस अलर्ट पर है. वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि अगर किसानों को रोका गया तो बैरिकेट तोड़ देंगे.  भारतीय किसान संघ के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे. राकेश टिकैत ने कहा कि  महापंचायत के लिए पहुंचने वाले लोगों की संख्या को बताना असंभव है.

उन्होंने आगे कहा कि बड़ी संख्या में किसान यहां पहुंचेंगे. उन्होंने इसके साथ ही चेतावनी दी कि अगर महापंचायत तक पहुंचने से रोका गया तो हम बैरियर तोड़ते हुए पहुंचेंगे. रुकेंगे नहीं. उन्होंने कहा कि 5 सितंबर की किसान महापंचायत ऐतिहासिक होगी.

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पंजाब से पहुंचेंगे 2000 से ज्यादा किसान 

दिल्ली की सीमा पर धरना स्थलों से 400-500 किसान महापंचायत के लिए रवाना होंगे. वहीं, पंजाब से करीब 2000 किसानों के मुजफ्फरनगर पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. वहीं किसानों ने लंगर भी शुरू कर दिए हैं. 500 लंगर मुजफ्फरनगर में चलाए जा रहे हैं. जबकि 100 चिकित्सा शिविर भी लगाए जा रहे हैं. जीआईसी मैदान में यह महापंचायत होगी. महापंचायत ठीक से हो इसके लिए 5 हजार वॉलंटियर भी बनाए गए हैं. महापंचायत को लाइव देखा जा सकता है. 

अलर्ट पर पुलिस प्रशासन 

किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. जानकारी की मानें तो अपर पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक रईस अख्तर मुजफ्फरनगर में मौजूद रहेंगे. इसके अलावा एसपी संजीव वाजपेई, एसपी शिवराम यादव की तैनाती की गई है. इसके साथ ही कई जिलों की पुलिस यहां पर बुलाई गई है.

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क्या निशाना यूपी चुनाव को लेकर है

यूपी में अगले साल चुनाव है. लोग इस महापंचायत को चुनाव से भी जोड़कर देख रहे हैं. हालांकि किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यह महापंचायत चुनाव से सिर्फ नहीं जुड़ी है. उन्होंने कहा कि चुनाव छह महीने बात है. यूपी के किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यूपी में बिजली की दरें भी सबसे ज्यादा हैं. 2016 के बाद से गन्ने की कीमत नहीं बढ़ी है. केंद्र ने इसे पांच रुपये पांच पैसे प्रति किलोग्राम बढ़ा दिया है. क्या आप किसानों का अपमान कर रहे हैं?” 

मुजफ्फरनगर महापंचायत में 'मिशन यूपी' की घोषणा करने की योजना बनाई है और इसका लक्ष्य पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर लामबंदी करना है. पूरे यूपी में 18 महापंचायत करने की योजना बनाई गई है.