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काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भ गृह में दर्शनार्थी और सेवादारों में मारपीट, पुलिस बनी रही मूकदर्शक

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में शनिवार शाम सप्तर्षि विाद प्राप्त आरती से ठीक पहले गर्भगृह में श्रद्धालुओं न्यताओं के व सेवादारों में भिड़ंत हो गई. सेवादारों ने मुख्यकार्यपालक अधिकारी को पत्र लिख कर घटना की जानकारी पर असहयोग का आरोप लगाया है

Updated on: 24 Jul 2022, 07:41 AM

नई दिल्ली:

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में शनिवार शाम सप्तर्षि विाद प्राप्त आरती से ठीक पहले गर्भगृह में श्रद्धालुओं न्यताओं के व सेवादारों में भिड़ंत हो गई. सेवादारों ने मुख्यकार्यपालक अधिकारी को पत्र लिख कर घटना की जानकारी पर असहयोग का आरोप लगाया है. वहीं श्रद्धालुओं की ओर से चार सेवादारों व एक पीआरओ के खिलाफ चौक थाने में तहरीर दी गई है. इसका सीसीटीवी विडियो भी वायरल हो गया है. बताया जा रहा है की मंदिर सुरक्षा में तैनात पुलिस आदि के लिए गर्भगृह खाली कराया जा रहा था. इस बीच दो दर्शनार्थी सेवादारों से भिड़ गए.

सेवादारों का आरोप है कि वाद-विवाद के बीच दर्शनार्थियों ने उन पर हाथ भी छोड़ दिया. सेवादारों ने मिल कर उन्हें बलपूर्वक गर्भगृह से बाहर निकाला. इस दौरान सुरक्षा में तैनात पुलिस मूक दर्शक बनी रही. शाम को सप्तर्षि आरती से पहले वाराणसी के कृष्णानंद गुप्ता ने इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ तहरीर दी है. इसमें तपन, शिवानंद पांडेय, राजू, तम्मी व पीआरओ अखिलेश के नाम शामिल हैं. पुलिस कहना है कि तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है। अभी कुछ ही दिन पहले गर्भगृह में दर्शन कराने को लेकर पीआरओ व ड्यूटी पर तैनात पुलिस के बीच भी विवाद हो गया था. विग्रहों पर तैनात अर्चकों के साथ मंदिर चौक में धरने पर बैठ गए थे. पीएसओ व पीआरओ को गर्भगृह से दूर रहने का निर्देश दिया गया था.