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कासगंज कांड: पुलिस ने मुख्य आरोपी मोती का पोस्टर जारी किया, 1 लाख का ईनाम किया घोषित

उत्तर प्रदेश के कासंगज हत्याकांड (Kasganj Murder Case) मामले में मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से अब तक फरार है. आरोपी की तलाश के लिए यूपी ने अब पोस्टर का सहारा लिया है.

Updated on: 16 Feb 2021, 08:01 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के कासंगज हत्याकांड (Kasganj Murder Case) मामले में मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से अब तक फरार है. आरोपी की तलाश के लिए यूपी ने अब पोस्टर का सहारा लिया है. पुलिस ने मुख्य आरोपी मोती धीमर का पोस्टर जारी किया है. पोस्टर के मुताबिक, आरोपी को पकड़वाने वाले को 1 लाख का इनाम दिया जाएगा. बता दें कि थाना सिढ़पुरा क्षेत्र के नगला धीमर में शराब माफियाओं ने सिपाही देवेंद्र की पीट पीट कर की थी हत्या. मालूम हो कि आरोपी मोती धीमर का भाई ओमकार धीमर पहले ही एक मुठभेड़ में मारा गया है.

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क्‍या थी घटना-

 पूरी घटना सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के गांव नगला धीमर की है.  जहां दारोगा अशोक पाल और सिपाही देवेंद्र शराब माफियाओं पर कार्यवाई करने के लिए गांव पहुंचे थे.  गांव पहुंचते ही शराब माफियाओं ने पुलिस हमला कर दिया और उन्हें बंधक बना लिया था. इसके बाद सिपाही को पीट.पीट कर मौत के घाट उतार दिया और दरोगा को बेरहमी से पीटा गया.

प्रदेश सरकार  ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया था कि एसआई अशोक पाल ओर कॉन्स्टेबल देवेंद्र गस्त पर थे.इस दौरान नगला धीमर में कच्ची शराब बनाने सूचना मिली. तभी शाम करीब साढ़े छह बजे सीओ पटियाली को सूचना मिली थी कि एसआई और कॉन्स्टेबल के साथ मारपीट की गई है. सूचना पर कासगंज पुलिस और आस पास के जनपदों की पुलिस गांव पहुंची. जंहा पुलिस को काली नदी की कटरी में तीन किलो मीटर की दूरी पर सिपाही और एसआई घायल हालत में मिले थे. इस दौरान अस्पताल ले जाते समय  घायल सिपाही ने रास्ते मे दम तोड़ दिया था.

बता दें कि इससे पहले दो जुलाई 2020 की रात को बिकरू गांव में विकास दुबे के घर दबिश देने पहुंची पुलिस की टीम पर घात लगाकर बैठे बदमाशों ने हमला कर दिया था.  इस एनकाउंटर में सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. विकास दुबे के ही एक रिश्तेदार राहुल तिवारी नाम के शख्स ने विकास दुबे के खिलाफ मुकदमा लिखाया था.  उसी की शिकायत पर पुलिस पार्टी दबिश देने के लिए बिकरू गांव पहुंची थी.