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UP-बिहार बॉर्डर को जोड़ने वाले पुल का पिलर टूटा, भ्रष्टाचार की आशंका

उत्तर प्रदेश और बिहार को जौड़ने के लिए चंदौली के कर्मनाशा नदी पर पुल बना है. लेकिन यह पुल अब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है. साढ़े चार सौ करोड़ की लागत से यह पुल बना था. लेकिन सिर्फ 10 सालों में ही इस पुल का एक पिलर टूट गया है.

Updated on: 29 Dec 2019, 10:59 AM

चंदौली:

उत्तर प्रदेश और बिहार को जौड़ने के लिए चंदौली के कर्मनाशा नदी पर पुल बना है. लेकिन यह पुल अब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है. साढ़े चार सौ करोड़ की लागत से यह पुल बना था. लेकिन सिर्फ 10 सालों में ही इस पुल का एक पिलर टूट गया है. NH-2 पर स्थित पुल के टूटने से उत्तर प्रदेश से बिहार जाने के साथ-साथ पूरे उत्तर भारत के शहरों की तरफ जाने वाले वाहनों के आवागमन में समस्या हो गई है. जैसे ही पुल टूटने की खबर पुलिस को मिली तो उसने दोनों तरफ के वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी. पुल टूटने को लेकर जिला प्रशासन जांच की बात कर रहा है.

वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण गार्डर टूटने को लेकर ओवरलोडिंग को दोष दे रहा है. 450 करोड़ की लागत से बने इस पुल का निर्माण 2003 में शुरु हुआ था. 6 साल बाद 2009 में इस पुल पर वाहनों की आवाजाही शुरु हुई. स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुल के निर्माण में भारी अनियमितता बरती गई है. घटिया निर्माण का ही नतीजा है कि सिर्फ 10 सालों में ही पुल का गर्डर टूट गया.

घटना शनिवार सुबह की है. जब एक तेज आवाज के साथ पुल के बीच के पिलर का विंग टूट गया. जिसके कारण पुल के बीच का हिस्सा बैठ गया. वहीं अगल-बगल वाले पिलर में भी दरारें आ गईं. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों तरफ से गाड़ियों की आवाजाही पर रोक लगा दी. वाहनों के चक्के थमने से एनएच-2 पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया.

घटना की सूचना के बाद प्रशासनिक हलके में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे. घटनास्थल पर पहुंचे चंदौली के डीएम नवनीत सिंह ने घटना की विस्तृत जानकारी लेने के बाद तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए निर्देश दिए. फिलहाल छोड़ी गाड़ियों की आवाजाही के लिए पुराने पुल पर रास्ता बनाया गया है. चंदौली के डीएम ने कहा कि रविवार को विशेषज्ञों की टीम घटनास्थल पर पहुंचकर जांच करके. रिपोर्ट मिलने के बाद जरूरी एक्शन लिया जाएगा.

वही इस मामले पर NHAI ने ओवरलोडिंग को दोषी ठहराया है. NHAI के अधिकारी योगेश गढ़वाल ने बताया कि ओवरलोडिंग के कारण पिलर का विंग टूटा है. उन्होंने पुल के निर्माण में किसी भी तरह की गड़बड़ी से साफ इनकार किया है. आपको बता दें कि कर्मानाशआ नदी पर बने इस पुल से हर रोज सैकड़ों वाहन यूपी से बिहार और उत्तर भारत के अन्य शहरों के लिए निकलते हैं.