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सावन का महिना चल रहा है. इस दौरान कांवड़िए गंगाजल लेकर पैदल यात्रा करते हैं और शिवलिंगपर जल अर्पित करते हैं. कावड़ियों के लिए सरकार की तरफ खास इंतिजाम भी किए जाते हैं. सावन मास में कावड़ियों की भक्ति देखने लायक होती है हालांकि कुछ कांवड़िए ऐसे भी होते है जो सोचते हैं कि उन्हें भक्ति के नाम कुछ भी करने का अधिकार है.
Hapur: A video of a group of 'kanwariyas' drinking liquor at Garh Mukteshwar ghat has gone viral; ASP Sarvesh Mishra says, "the kanwariyas are seen drinking liquor in an area where it is prohibited. It's illegal. Those people are being identified. Legal action will be taken" pic.twitter.com/KwoTvuQWif
— ANI UP (@ANINewsUP) August 1, 2019
दरअस सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ कांवडिए शराब पीते नजर आ रहे हैं. ये वीडियो उत्तर प्रदेश के हापुड़ के गढ़ मक्तेश्वर घाट का है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने इस मामले में कुछ तस्वीरें भी जारी की हैं जिसमें कांवड़िए शराब पीते नजर आ रहे हैं.
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इस वीडियो के सामने आने के बाद एएसपी सरवेश मिश्रा का बयान भी सामने आया है. सरवेश मिश्रा का कहना है कि कांवड़िए प्रतिबंधित क्षेत्र में शराब पिते देखे गए. ये गैर कानूनी है. जो लोग ऐसा कर रहे थे, उनकी पचान की जा रही है. उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
सावन माह में लाखों शिवभक्त अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए कांवड़ यात्रा करते हैं और हरिद्वार से जल भर कर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं. दरअसल मान्यता है कि सावन मास में भगवान शिव अपने ससुराल दक्ष की नगरी हरिद्वार के कनखसल में निवास करते हैं. यही वजह है कि शिवभक्त कांवड़ यात्रा के दौरान गंगाजल लेने हरिद्वार जाते हैं.
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मान्यता है कि दुनिया को बचाने के लिए समुद्र मंथन दौरान समुद्र से निकले विष को भगवान शिव ने पी लिया था जिसकी वजह से उनका शरीर जलने लगा. ऐसे उनकी इस जलन को शांत करने के लिए देवताओं ने भगवान शिव को जल अर्पित करना शुरू कर दिया. इसी मान्यता की वजह से कांवड़ यात्रा शुरू हुई.