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कानपुर: स्कूल प्रेयर में पढ़वाया जाता था कलमा, हिंदू संगठनों का हंगामा

कानपुर के एक प्राइवेट स्कूल की शर्मनाक करतूत सामने आयी है. दरअसल फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधन पर आरोप है कि वो अपने बच्चों को सुबह की प्रार्थना के बाद कलमा पढ़ाता है. छोटे-छोटे बच्चों को टीचर इसे याद करने को कहते हैं...

Updated on: 01 Aug 2022, 12:38 PM

highlights

  • स्कूल में छोटे बच्चों को पढ़ाया जाता है कलमा
  • अभिभावकों ने किया हंगामा, हिंदू संगठनों ने दिया साथ
  • स्कूल प्रशासन ने खाई कसम, अब धर्मगान नहीं सिर्फ राष्ट्रगान

कानपुर:

कानपुर के एक प्राइवेट स्कूल की शर्मनाक करतूत सामने आयी है. दरअसल फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधन पर आरोप है कि वो अपने बच्चों को सुबह की प्रार्थना के बाद कलमा पढ़ाता है. छोटे-छोटे बच्चों को टीचर इसे याद करने को कहते हैं. इसके बाद पैरेंट्स ने जमकर हंगामा किया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. वहीं, सोमवार जब स्कूल खुला तो पुलिस ने मैनेजमेंट से पूछताछ की, जिसके बाद आज स्कूल में सिर्फ राष्ट्रगान हुआ और कलमा नहीं पढ़ाया गया. मामले में पैरेंट्स बेहद गुस्से में हैं.

हिंदू संगठनों ने किया हंगामा, तो जागा प्रशासन

इस बीच प्रार्थना के दौरान कलमा पढ़वाने के मामले को बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल स्कूल में पहुंचकर अभिभावकों के साथ शिकायत की आवाज बुलंद की. अभिभावकों और हिन्दू संगठनों के हंगामे के बाद मौके पर कमिश्नरेट पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे. अधिकारियों ने किसी तरह से सभी को शांत करवाकर मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया. हालांकि हिंदू संगठन स्कूल के शुद्धिकरण और तालाबंदी के जिद पर अड़ गए. इस बीच, पूरे मामले पर एसीएम का कहना है कि अगर कोई अभिभावक लिखित शिकायत देता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

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कई सालों से चलती रही ये प्रक्रिया!

वहीं, स्कूल की प्राचार्य का कहना है कि स्कूल की डायरी में सभी धर्मों की प्रातः वंदना है, जिसे सभी बच्चों को कराया जाता है. यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो पिछले कई वर्षों से चलती आ रही है, जिसमें किसी भी अभिभावक द्वारा आपत्ति नहीं जताई गई. आज आपत्ति जताने का मामला जब सामने आया तो स्कूल प्रशासन द्वारा इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए वार्ता करके इस बात का आश्वासन दिया गया है कि भविष्य में स्कूल में किसी भी तरह की प्रार्थना नहीं होगी बल्कि सिर्फ राष्ट्रगान बच्चों को प्रार्थना में करना होगा.