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मृतक मनीष के घर पहुंचे अखिलेश यादव, बवाल के बीच परिजनों से की मुलाकात, कही ये बात

पीड़ित परिजनों से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में बताया कि परिजनों को पता चला कि पुलिस ने मनीष की हत्या की है. पुलिस की जिम्मेदारी है कि लोगों की सुरक्षा मिले. 

Updated on: 30 Sep 2021, 12:30 PM

highlights

  • कानपुर के प्रॉपटी डीलर मनीष की हत्या मामला पकड़ा तूल
  • समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात की
  • अखिलेश ने कहा-योगी सरकार में पुलिस कर रहे गलत काम 

 

नई दिल्ली :

गोरखपुर में पुलिस की पिटाई से कानपुर के कारोबारी मनीष की मौत का मामला अब सियासी रंग पकड़ चुका है. सीएम योगी आदित्यनाथ आज जहां मृतक मनीष के परिजनों से मुलाकात करेंगे. वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) मृतक के परिजनों से मिलने कानपुर पहुंच गए. भारी बवाल के बीच अखिलेश यादव पीड़ित परिजनों से मिले. उनके साथ आई भीड़ को परिजनों ने अंदर आने की इजाजत नहीं दी गई. पीड़ित परिजनों से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में बताया कि परिजनों को पता चला कि पुलिस ने मनीष की हत्या की है. पुलिस की जिम्मेदारी है कि लोगों की सुरक्षा मिले.  लेकिन उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार में पुलिस सुरक्षा नहीं कर रही है, बल्कि लोगों की जान ले रही है. 

उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में पुलिस का ऐसा व्यवहार किसी की सरकार में देखने को नहीं मिला. योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री होने के बावजूद ऐसी घटनाएं लगातार हो रही है.  ऐसी सरकार में अगर कार्रवाई हुई होती तो मनीष गुप्ता जी को आज अपनी जान नहीं गंवाना पड़ता.

'पुलिस लूट और हत्या में शामिल है' 

अखिलेश ने आगे जिक्र किया कि  झांसी में ही ऐसी घटना हुई थी पुष्पेंद्र यादव की. इनकी जान भी पुलिस ने ली थी. पुलिस लगातार भाजपा की सरकार में लूट और हत्या में शामिल है. यह तभी संभव है जब सरकार की नियत साफ ना हो.  सरकार की पहले दिन से कानून व्यवस्था पर नियत साफ नहीं रही है.  सबसे ज्यादा कस्टोडियल डेथ भाजपा सरकार में हो रही है.सबसे ज्यादा नोटिस एनएचआरसी ने दिए हैं.  समाजवादी पार्टी की मांग है कि इसकी जांच हो और sitting जज हाई कोर्ट के हो. उनकी मॉनिटरिंग में घटना की जांच हो. जो दोषी अधिकारी हैं, जो दोषी सिपाही है या और संबंधित लोग हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिले. अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा. 

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'सबूतों को पुलिस ने मिटा दिया है'

अखिलेश ने बताया कि जिस होटल में व्यापारी रुके. वहां पीड़ित परिवार गया तो पाया कि पूरे के पूरे सबूत मिटा दिए गए हैं.  सरकार को पीड़ित परिवार को दो करोड़ रुपये की आर्थिक मदद करनी चाहिए. समाजवादी पार्टी भी 20 लाख रुपए पीड़ित परिवार को मदद के तौर पर देगी. मृतक की पत्नी पढ़ी लिखी है इसलिए उन्हें क्लास वन या क्लास 2 की नौकरी सरकार को देनी चाहिए. 

'सरकार जब प्रशासन से गलत काम कराएगी तो यही होगा'

अखिलेश ने योगी सरकार पर वार करते हुए कहा कि  जब आप पुलिस और डीएम से गलत काम कराओंगे तब अंजाम यही होगा. पुलिस और अधिकारियों पर इसीलिए कार्रवाई नहीं हो रही है क्योंकि सरकार ने इन्हीं से गलत काम कराएं हैं. 

'सीबीआई जांच या हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में जांच ना हो'

जिन्होंने यह घटना की है यह मामूली लोग नहीं है मुझे जानकारी मिली है कि उन्नाव में भी इसी प्रकार की घटनाएं हुई हैं. गोरखपुर में भी इसी प्रकार की घटना हुई है.  तब तक न्याय मिलना मुश्किल है जब तक सीबीआई जांच या हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में जांच ना हो.

सीएम योगी ने उठाए सख्त कदम 

वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने दागी पुलिसकर्मियों की जांच करवाकर बर्खास्त करने के आदेश दिए हैं. टीम 9 की मीटिंग में यह फैसला लिया गया.