Kannauj Accident: कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में रातभर चला रेस्क्यू अभियान सुबह साढ़े 6 बजे बंद हो गया. सुबह तक एसडीआरएफ और रेलवे की टीम मजदूरों के दबे होने की आशंका को लेकर रेस्क्यू किया. मलबे में कोई अन्य मजदूर न निकलने पर अफसरों ने राहत की सांस ली. हादसे में 25 मजदूर घायल हुए हैं. इनमें 13 का जिला अस्पताल में इलाज जारी है. 3 मामूली घायलों को कल ही छुट्टी दे दी गई. 9 मजदूर मेडिकल कॉलेज रिफर किये गये थे, जिनका इलाज जारी है. उनकी भी स्थिति में सुधार बताया जा रहा है. रेस्क्यू टीमें रेलवे स्टेशन से सुबह साढ़े बजे के बाद वापस हो गई.
रेलवे के अलाधिकारी स्टेशन पर मौजूद हैं. हादसे के कारण जानने को लेकर प्राथमिक जांच कर रहें हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को कन्नौज रेलवे स्टेशन की निर्माणाधीन बिल्डिंग का लेंटर जब पड़ रहा था, उसी वक्त वह भरभराकर ध्वस्त हो गया था. हादसे का सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया था की किस तरह काम होते वक्त लेंटर गिरा.
रेलवे स्टेशन का चयन साल 2023 में हुआ था
अमृत भारत योजना के तहत कन्नौज रेलवे स्टेशन का चयन साल 2023 में हुआ था. योजना के तहत करीब साढ़े 13 करोड़ के बजट से रेलवे स्टेशन का कायाकल्प किया जाना प्रस्तावित है. स्टेशन की नई निर्माणाधीन बिल्डिंग में लेंटर डालने का कार्य किया जा रहा था. दोपहर करीब 2 बजकर 20 मिनट पर अचानक लिंटर भरभराकर जोरदार आवाज से ढह गया था. पूरा लेंटर ढहने से सभी मजदूर साथ नीचे आ गए और दब गए. हादसे की जानकारी मिलते ही रेलवे के अफसर सहित डीएम, एसपी व पूरा प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया था.
तीन स्तरीय जांच शुरू करवाई गई
बिना देरी हादसे का रेस्क्यू शुरू करवा दिया गया था. अब रेस्क्यू बंद होने के बाद मामले में हाई लेवल की जांच शुरू करवाई गयी है. तीन हाई लेवल टीमें हादसे के कारणों की जांच करेंगी. जिनमे प्लानिंग एवं डिजाइन विभाग के चीफ इंजीनियर, अपर मंडल रेल प्रबंधक और मुख्य सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ शामिल होंगे. मामले में रेलवे ने हाई लेवल की तीन स्तरीय जांच शुरू करवाई गई. इसमें चीफ इंजीनियर प्लानिंग एवं डिजाइन, अपर मंडल रेल प्रबंधक और मुख्य सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ करेंगे. मामूली घायलों को रेलवे ने 50 हजार और गंभीर घायलों को ढाई लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है.