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ये हैं वे तीन हत्यारे, जिन्होंने की थी कमलेश तिवारी की हत्या, पुलिस ने जारी की तस्वीर

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के घनी आबादी वाले नाका हिंडोला इलाके में शुक्रवार को हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी.

Updated on: 19 Oct 2019, 05:58 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के घनी आबादी वाले नाका हिंडोला इलाके में शुक्रवार को हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. यूपी पुलिस ने कमलेश तिवारी हत्याकांड को 24 घंटे में सुलझाने का दावा किया है. इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी रशीद पठान नाम का शख्स है. उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने शनिवार को कहा कि इस मामले में अब तक तीन आरोपी रशीद अहमद पठान, मौलाना मोहसिन शेख और फैजान को गिरफ्तार किया है.

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यूपी पुलिस के मुताबिक, रशीद अहमद पठान कम्प्यूटर का जानकार है, लेकिन ये पेशे से दर्जी का काम करता है. पुलिस हिरासत में लिए गए दूसरे शख्स मौलाना मोहसिन शेख की उम्र 24 साल है और ये शख्स एक साड़ी की दुकान में काम करता है. तीसरे शख्स का नाम फैजान है और उसकी उम्र 21 साल है. ये शख्स भी सूरत में रहता है और ये जूते की शॉप में नौकरी करता है.

वहीं, कमलेश तिवारी के बेटे सत्यम ने पिता की हत्या की जांच एनआईए से कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि उन्हें किसी पर भी भरोसा नहीं है और सुरक्षाकर्मी के रहते उनकी हत्या हो गई. ऐसे में प्रशासन पर कैसे भरोसा किया जा सकता है. उधर, हत्या के आरोपी मौलाना मोहसिन शेख, फैजान और रशीद को पूछताछ के लिए एटीएस अहमदाबाद दफ्तर ले जाया गया है.

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हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मास्टरमाइंड रशीद पठान की तस्वीर सामने आई है. 23 साल का रशीद पठान पेशे से दर्जी का काम करता है, लेकिन उसे कम्प्यूटर का भी ज्ञान है. रशीद पठान सूरत का रहने वाला है, उसके दो साथियों को गुजरात एटीएस ने देर रात सूरत से गिरफ्तार किया था.

वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में इस तरह की घटनाएं अस्वीकार्य हैं. इसमें शामिल लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि वह सभी से मिलते हैं और कमलेश तिवारी के परिवार से मुलाकात करने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. एसआईटी को इस केस की जांच सौंपी गई है. सीएम ने आगे कहा, मैं भी इस केस के बारे में पूरा अपडेट लूंगा. इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. इस मामले में दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा.