logo-image

गाजियाबाद के कैलाश मानसरोवर भवन को अब कोविड-19 अस्पताल के रूप में संचालित किया जाएगा.

गाजियाबाद के कोविड नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी ने बताया शुरुआत में 144 बेड के रूप में इसका संचालन किया जाएगा अगर आवश्यकता पड़ी तो दूसरे फेस में 144 और नए बेड लगा दिए जाएंगे

Updated on: 09 May 2021, 06:41 PM

highlights

  • कैलाश मानसरोवर भवन को कोरोना के संकट काल में L 2 लेवल अस्पताल का रूप दिया जाएगा
  • ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं रहेगी इसकी जिम्मेदारी नगर निगम को दी गई है
  • पहली प्राथमिकता गाजियाबाद के मरीजों के लिए होगी

गाजियाबाद:

आपको याद होगा कैलाश मानसरोवर भवन का उद्घाटन खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद के इंदिरापुरम में आकर किया था लेकिन अब इस शानदार भवन का इस्तेमाल कोरोना के संकट काल में L 2 लेवल अस्पताल के रूप में किया जाएगा गाजियाबाद के कोविड नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी ने बताया शुरुआत में 144 बेड के रूप में इसका संचालन किया जाएगा अगर आवश्यकता पड़ी तो दूसरे फेस में 144 और नए बेड लगा दिए जाएंगे. सेंथिल पांडियन सी ने कहा ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं रहेगी इसकी जिम्मेदारी नगर निगम को दी गई है. नगर निगम और रोशनी एनजीओ इसे मिलकर संचालित करेंगे डॉक्टर के साथ-साथ पैरामेडिकल स्टाफ सभी की जिम्मेदारी नगर निगम और रोशनी संस्थान की है. 

तो वहीं दूसरी तरफ रोशनी संस्था के चेयरमैन का कहना है कि कल शाम से मानसरोवर भवन में मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया जाएगा पहली प्राथमिकता गाजियाबाद के मरीजों के लिए होगी. डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की जिम्मेदारी डॉ नितिन संभालेंगे डॉक्टर नितिन का कहना है round-the-clock पैरामेडिकल स्टाफ यहां मौजूद रहेगा कोशिश की जाएगी यहां पर मरीजों को अच्छा ट्रीटमेंट दिया जा सके. गौरतलब है कि जहां एक और कोविड-19 के मामले लगातार तेजी के साथ बढ़ रहे हैं तो वही अब इस महामारी से पार पाने के लिए व्यवस्थाओं को भी दुरुस्त किया जा रहा है ऐसे में कैलाश मानसरोवर का कोविड-19 लेवल का अस्पताल बन्ना लोगों के लिए बड़ी राहत है.

बता दें कि यूपी में 30 अप्रैल के बाद से ही आंशिक कोरोना कर्फ्यू है. इसका असर यह हुआ कि कोरोना के सक्रिय मामलों में 60 हजार की कमी आ गई है. पिछले एक हफ्ते से कुल संक्रमित रोगियों की संख्या में लगातार कमी दर्ज की जा रही है. 30 अप्रैल को जहां प्रदेश में 3.10 लाख से अधिक कोरोना संक्रमित थे वही, अब संक्रमित मरीजों की संख्या 2.54 लाख के आस-पास है. यानी 8 दिनों में ही प्रदेश में करीब 56 हजार से अधिक रोगी कम हो गए.