कोरोना वायरस के बीच यूपी पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आ रहा है. पुलिस लॉकडाउन में फंसे लोगों के लिए किसी दूत के कम नजर नहीं आ रही है. प्रसव पीड़ा झेल रही एक गर्भवती महिला को लॉकडाउन के कारण अस्पताल पहुंचने में आ रही मुश्किलों के कारण दुबई में रह रहे महिला के जेठ ने पुलिस से मदद मांगी जिसके बाद यहां पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महिला को तत्काल अस्पताल पहुंचाने का इंतजाम किया.
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मथुरा के मूल निवासी और दुबई में कार्यरत गजेंद्र चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि उनके छोटे भाई की गर्भवती पत्नी को 31 मार्च को प्रसव पीड़ा शुरु हो गई थी. उन्होंने कहा कि उनके छोटे भाई ने कई अस्पतालों से संपर्क किया, लेकिन कोई भी सरकारी अनुमति के बिना एंबुलैंस भेजने को तैयार नहीं हुआ. चतुर्वेदी ने कहा कि इसी बीच, मैंने हाल-चाल जानने के लिए भाई को फोन किया तो मुझे स्थिति का पता लगा. मैंने मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का मोबाइल नंबर इंटरनेट से तत्काल खोजकर उन्हें फोन कर मदद मांगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बहुत ही सुखद आश्चर्य हुआ, जब कुछ ही देर में घर से फोन आ गया कि एंबुलैंस आ गई है.
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बाद में पता चला कि प्रसव आसानी से हो गया. जच्चा और बच्चा दोनों सकुशल हैं.’’ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने कहा, ‘‘चूंकि वे स्वयं पेशे से चिकित्सक रहे हैं और पंजाब के स्वास्थ्य विभाग में सरकारी सेवा में रहने के अनुभवों के आधार पर अच्छी तरह से जानते हैं कि ऐसे पलों में महिला की हालत कितनी नाजुक होती है, इसलिए गजेंद्र के फोन के बाद जितनी भी जल्दी हो सकता था, उनके यहां एंबुलैंस भेजकर प्रसूता को अस्पताल भिजवाया गया.’’ उन्होंने आम जनता को यह संदेश भी दिया कि जब भी पुलिस की मदद की आवश्यकता होगी, वह अपना काम मुस्तैदी से करेगी.
Source : Bhasha