आगरा के थाना कागारौल के बीसलपुर गांव के रहने वाले जवान अमित चतुर्वेदी (25) शुक्रवार की रात अरुणाचल में उग्रवादियों से लोहा लेते समय शहीद हो गए. इसकी जानकारी मिलते ही आसपास के दर्जनभर से अधिक गांवों में शोक की लहर दौड़ गई.
हर कोई शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच गया. शहीद का पार्थिव शरीर सोमवार सुबह तक गांव लाने की संभावना जताई जा रही है. बीसलपुर निवासी रामवीर चतुर्वेदी रिटायर्ड सूबेदार हैं. तीनों बेटे सुमित, अमित और अरुण सेना में हैं.
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तीनों में मझले अमित एक अप्रैल 2014 में सेना में भर्ती हुए थे. वह 17 पैरा फील्ड रेजीमेंट में थे. रामवीर ने बताया कि 31 मई की देर शाम अमित से फोन पर संपर्क साधा. उसने तीन जून को गांव आने के लिए रिजर्वेशन कराने की बात कही थी.
इसके बाद रामवीर परिवार के साथ सो गए. अगली ही सुबह आगरा सेना मुख्यालय से फोन आया. उन्होंने बताया कि उग्रवादियों से लोहा लेते वक्त रात में अमित शहीद हो गए हैं. उनके गोली लगी थी. यह सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया.
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रामवीर ने बताया कि अमित का जन्मदिवस तीन जून को है. वह जन्मदिवस परिवार के साथ मनाना चाहते थे. इसलिए दो दिन पहले घर आना चाहते थे. एक जून को छुट्टी नहीं मिलने के कारण जन्मदिन के दिन तीन जून का ही उन्होंने रिजर्वेशन करवाया था. अमित को अपनी पोस्टिंग से आने में दो दिन का वक्त लगता था.
शहीद के भाई सुमित ने बताया कि अमित अप्रैल में 10 दिन की छुट्टी पर घर आए थे. उनकी सगाई हुई थी, लेकिन शादी की तिथि तय नहीं की. एक मई को वे अरुणाचल चले गए.
Source : News Nation Bureau