भारत के विकास में भ्रष्टाचार एक बहुत बड़ी बाधा है. इसके कारण पात्र लोग किसी भी तरह का लाभ नहीं पा पाते हैं. भ्रष्टाचार का विरोध करके ही 2014 में नरेंद्र मोदी सत्ता के शीर्ष पर पहुंचे. लेकिन भ्रष्टाचार खत्म हो गया है ऐसा लगता नहीं है. देश में एक रेलवे स्टेशन से लेकर बड़े-बड़े ऑफिसों तक भ्रष्टाचार समाया हुआ है. अधिकतर फाइलें तब तक आगे नहीं बढ़ेंगी जब तक अधिकारियों को घूस नहीं दिया जाएगा. वहीं इन अधिकारियों से बात करें तो वो ऐसा दिखाएंगे कि ईमानदारी की गंगा उन्हीं के दफ्तर से बह कर जाती हो.
India Corruption Survey 2019 ने भ्रष्टाचार के मामले पर एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में 1 लाख 90 हजार लोगों से भ्रष्टाचार से संबंधित सवाल पूछे गए. जिसमें से 51 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें पिछले 12 महीने में एक बार रिश्वत जरूर देनी पड़ी है. इनमें सबसे ज्यादा पुलिस और नगर पालिका विभाग शामिल हैं. इस सर्वे में भ्रष्टाचार के टॉप 8 राज्य भी शामिल किए गए हैं. आइए जानते हैं सबसे भ्रष्ट राज्यों के बारे में.
- राजस्थान : इस सर्वे के मुताबिक क्षेत्र फल के आधार पर देश का सबसे बड़ा राज्य भ्रष्टाचार में भी सबसे आगे है. इस राज्य को भ्रष्ट राज्यों में टॉप में जगह मिली है. राज्य के 78 फीसदी लोगों ने बताया कि उन्हें अपना काम करवाने के लिए रिश्वत देनी पड़ी है. वहीं करीब 22 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें कई बार रिश्वत देनी पड़ी. जबकि 56 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें एक या दो बार रिश्वत देनी पड़ी है. 22 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें अपना काम करवाने के लिए कोई भी पैसा नहीं देना पड़ा है.
- बिहार : भ्रष्टाचार की इस लिस्ट में बिहार दूसरे नंबर पर है. हालांकि यह कोई बहुत अचंभे वाली बात नहीं है. क्योंकि उत्तर के राज्यों को सबसे करप्ट राज्यों की ही नजर से पूरे देश में देखा जाता है. बिहार के सर्वे में 75 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें काम करवाने के लिए रिश्वत देनी पड़ी. 50 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें अधिकारियों को कई बार पैसे देने पड़े. तकरीबन 25 फीसदी लोगों ने कहा कि केवल उन्हें एक या दो बार घूस देना पड़ा. जबकि 25 फीसदी लोगों ने कहा कि बिना रिश्वत के उनका काम हो गया.
- झारखंड : झारखंड में इस समय चुनाव चल रहे हैं. सरकार बीजेपी की है. यह राज्य देश में भ्रष्टाचारी राज्यों की सूची में तीसरे पायदान पर है. 74 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें अपना काम करवाने के लिए रिश्वत देनी पड़ी. इन 74 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्होंने कई-कई बार घूस दिया. वहीं 13 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें घूस नहीं देना पड़ा.
- उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश देश में भ्रष्टाचार में चौथे स्थान पर है. यहां 74 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें अपना काम करवाने के लिए रिश्वत देना पड़ता है. इनमें से 57 फीसदी लोगों को कई बार रिश्वत देनी पड़ी. तकरीबन 17 फीसदी लोगों को एक या दो बार रिश्वत देनी पड़ी है. जबकि 3 फीसदी लोगों का कहना है कि वह बिना रिश्वत के अपना काम करवा सकते हैं.
- तेलंगाना : तेलंगाना में तकरीबन 67 फीसदी लोगों ने बताया कि उन्हें अपना काम करवाने के लिए घूस देना पड़ता है. इनमें से 56 फीसदी लोगों ने कई बार घूस देने की बात स्वीकार की है. जबकि 11 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें एक या दो बार घूस देना पड़ा. 11 फीसदी लोगों ने कहा कि उनका काम बिना किसी घूस के हो गया.
- पंजाब : पंजाब में 63 फीसदी लोगों ने अपना काम कराने के लिए रिश्वत देने की बात स्वीकारी. जिसमें से 27 फीसदी लोगों को कई बार रिश्वत देना पड़ा. 36 फीसदी लोगों ने एक या दो बार रिश्वत दी है. तकरीबन 27 फीसदी लोगों ने बिना किसी घूस के अपा काम कराया.
- कर्नाटक : कर्नाटक में पंजाब की ही तर 63 फीसदी लोगों को अपना काम करवाने के लिए घूस देना पड़ा. इनमें से 35 फीसदी लोगों को कई बार रिश्वत देनी पड़ी. जबकि 28 फीसदी लोगों ने केवल एक या दो बार रिश्वत दी है. 9 फीसदी लोगों का कहना है कि उन्होंने अपना काम बिना रिश्वत के कराया.
- तमिलनाडु : तमिलनाडु में करीब 62 फीसदी लोगों का कहना है कि उन्हें अपना काम करवाने के लिए रिश्वत देना पड़ा. करीब 35 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें कई बार रिश्वत देनी पड़ी. जबकि 27 फीसदी लोगों ने एक या दो बार रिश्वत दी है. सिर्फ 8 फीसदी लोगों ने कहा कि बिना रिश्वत के उन्होंने काम कराया.