logo-image

गोरक्ष नगरी से संगम नगरी को जोड़ने वाले कम्हरिया घाट पुल का लोकार्पण 

गोरखपुर के लोगों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज एक बड़ी सौगात दी है. गोरखपुर और अंबेडकरनगर जिले को जोड़ने वाले घाघरा नदी पर कम्हरिया घाट पुल का आज सीएम ने लोकार्पण किया.

Updated on: 18 Aug 2022, 02:41 PM

highlights

  • 5 जिलों के 25 लाख से अधिक लोगों को मिलेगा सीधा फायदा 
  • करीब पांच सौ गांवों की 20 लाख आबादी को फायदा पहुंचा
  • आने-जाने में कई स्थानों के लिए दूरी कम हो गई है

नई दिल्ली:

गोरखपुर के लोगों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज एक बड़ी सौगात दी है. गोरखपुर और अंबेडकरनगर जिले को जोड़ने वाले घाघरा नदी पर कम्हरिया घाट पुल का आज सीएम ने लोकार्पण किया. करीब डेढ़ किलोमीटर की लंबाई में बने इस पुल से जहां अंबेडकरनगर, आजमगढ़, जौनपुर, अयोध्या, संतकबीरनगर, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़ आदि जिलों के लिए शानदार कनेक्टिविटी का नया विकल्प मिल गया है. वहीं इससे गोरक्षनगरी और संगमनगरी के बीच दूरी करीब 80 किलोमीटर कम हो गई है. कम्हरिया घाट के एक तरफ गोरखपुर और दूसरी तरफ अंबेडकरनगर जिला है. पुल के अभाव में इन दोनों जिलों के बीच की दूरी 60 किलोमीटर बढ़ जाती थी. योगी सरकार ने लोगों के लिए कभी सपना रहे पुल को हकीकत में बदला है. 

कम्हरिया घाट पर लंबे पुल का निर्माण होने से करीब पांच सौ गांवों की 20 लाख आबादी को फायदा पहुंचा है. इस पुल से होकर आने-जाने में कई स्थानों के लिए दूरी कम हो गई है. इससे लोगों के समय व ईंधन की बचत होगी. कम्हरिया घाट पुल से होकर जाने में गोरखपुर से प्रयागराज की दूरी अब सिर्फ 200 किलोमीटर होगी. 

अभी तक लोगों को 280 से 300 किलोमीटर तक की दूरी तय करनी पड़ती थी. घाघरा नदी के कम्हरिया घाट पर पुल का निर्माण 193 करोड़, 97 लाख, 20 हजार रुपये की लागत से हुआ है. कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड ने 1412.31 मीटर लंबे इस पुल का निर्माण जून 2022 में पूर्ण करा दिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल के निर्माण के लिए साल 2013 में एक जन आंदोलन की शुरुआत हुई थी जो जल सत्याग्रह में बदल गई थी. उस समय समाजवादी पार्टी की सरकार में पुल का शिलान्यास हुआ था जो 4 साल में मात्र 15 फीसदी ही बन पाया था लेकिन योगी सरकार के द्वारा इस पुल का निर्माण पूरा कराया गया.