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सिलिंडर कचरे में फेंकती महिलाएं।( Photo Credit : News State)
रसोई गैस की कीमतों में तेल कंपनियों ने भारी बढ़ोतरी की है. कंपनियों ने गैर सब्सिडी वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में 149 रुपये की बढ़ोतरी की. गैस उपभोक्ताओं को अब घरेलू सिलेंडर लेने के लिए 925 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. ऐसे में आमलोगों के पॉकेट पर बड़ी मार पड़ी है. गैस उपभोक्ताओं को अब 776 रुपये की बजाए 925 रुपये चुकाने होंगे. बताया जा रहा है कि कंपनी के द्वारा पांच सालों में दाम की गयी सबसे बड़ी बढ़ोत्तरी में से ये एक है.
गैस की कीमत बढ़ने से मध्य वर्ग और निम्न वर्ग परिवार को सबसे बड़ा झटका लगा है. लगातार बढ़ती कीमतों से महिलाओं में नाराजगी देखने को मिल रही है. इसी नाराजगी के तहत आज पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में महिलाओं ने घरेलू सिलेंडरों को घर के कूड़े के साथ ही कूड़ेदान में डाल कर विरोध जताया.
शहर के लक्सा क्षेत्र में दर्जन भर से अधिक घरों की महिलाओं ने ऐसा करके बढ़ते सिलेंडरो की कीमतों को लेकर अपना विरोध जताया है. बता दें कि सरकार ने घरेलु सिलेंडरो की कीमतों में लगभग 145 रूपए तक की बढ़ोतरी की है. महिलाओं की मानें तो उनका कहना है की सरकार ने पहले उज्वला योजना के तहत घर-घर लोगो को सिलेंडर दिया और अब उसकी कीमते बढ़ाकर लोगों के घरो का बजट बिगाड़ रही है.
गोरखपुर में सपा का प्रदर्शन
गोरखपुर में इस गैस बढ़ोतरी के विरोध में गुरुवार को समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जहां गैस सिलेंडर को श्रद्धांजलि देते हुए उसे फूल माला चढ़ाए और उसकी आरती की, वहीं कांग्रेस की महिला विंग की पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी के द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा और उनसे मांग की कि रसोई गैस के दाम कम किया जाए ताकि आम लोगों की जेब ना कटे.
विरोध प्रदर्शन कर रहे सपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का कहना है कि बीजेपी ने दिल्ली में हार के बाद अब आम लोगों से इसका बदला लेना शुरू किया है और रसोई गैस के दाम बढ़ाकर व लोगों को तकलीफ दे रही है. इन्होंने मांग की कि अगर जल्द से जल्द रसोई गैस के दाम कम नहीं हुए तो अब सड़कों पर उतर कर धरना प्रदर्शन और आंदोलन करने पर इन को विवश होना पड़ेगा.
Source : News Nation Bureau