अब लंबी दूरी की रोडवेज बसों में अगर मिला अकेला चालक तो इंचार्ज होंगे निलम्बित

राज शेखर ने बुधवार को प्रयागराज में सिविल लाइंस और जीरो रोड डिपो व कार्यशाला के निरीक्षण के उपरान्त विभागीय अधिकारियों के साथ एक बैठक के दौरान यह बात कही.

राज शेखर ने बुधवार को प्रयागराज में सिविल लाइंस और जीरो रोड डिपो व कार्यशाला के निरीक्षण के उपरान्त विभागीय अधिकारियों के साथ एक बैठक के दौरान यह बात कही.

author-image
Dalchand Kumar
एडिट
New Update
उत्तर प्रदेश के रोडवेज चालकों ने सोशल मीडिया पर बयां किया अपना दर्द, पढ़ें पूरी खबर

फाइल फोटो

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक राज शेखर ने कहा है कि यदि राष्ट्रीय राजमार्ग, एक्सप्रेसवे मार्गों व रात्रिकालीन सेवाओं की लम्बी दूरी की बसों को दो चालकों के बिना मार्ग पर रवाना किया जाता है कि बस स्टेशन के इंचार्ज को निलम्बित कर दिया जाएगा. राज शेखर ने बुधवार को प्रयागराज में सिविल लाइंस और जीरो रोड डिपो व कार्यशाला के निरीक्षण के उपरान्त विभागीय अधिकारियों के साथ एक बैठक के दौरान यह बात कही.

Advertisment

यह भी पढ़ें- UP बीजेपी का अध्यक्ष बनते ही स्वतंत्र देव सिंह ने कह डाली यह बड़ी बात

प्रबंध निदेशक ने सिविल लाइंस डिपो कैम्पस का निरीक्षण किया और इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम सिस्टम की स्थापना व कार्य प्रगति की जांच की. एमडी ने कुछ यादृच्छिक बसों का निरीक्षण किया. साथ ही उनकी प्रतिक्रिया के लिए यात्रियों के साथ बातचीत की. एमडी ने इस क्षेत्र के आरएम, एसएम और सभी एआरएम की विस्तृत बैठक ली. बताया गया हक प्रयाग राज क्षेत्र में लगभग 599 बसें (522 निगम बसें और 77 अनुबंधित बसें) हैं. आईटीएमएस प्रणाली के तहत इस क्षेत्र में 99.9 फीसद टिकट इलेक्ट्रॉनिक टिकट जारी करने वाली मशीनों से बनाए जाते हैं. लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुल 599 बसों में से केवल 50 फीसद वाहनों में ही वाहन ट्रैकिंग सिस्टम काम कर रहा है. बाकी में खराब है या मरम्मत के अधीन है.

एमडी ने इसे बहुत गंभीरता से लिया और तत्काल सुधार का निर्देश दिया. सभी वाहनों में गति नियंत्रण उपकरण स्थापित किया गया था और ठीक काम कर रहा था. जब एमडी ने एक बस का निरीक्षण किया और चालक, कंडक्टर और यात्रियों के साथ बातचीत की. इस दौरान एमडी के संज्ञान में आया है कि 50 फीसद से अधिक ड्राइवर अपनी वर्दी नहीं पहनते हैं. इस बस से फर्स्ट एंड मेडिकल किट भी गायब थी.
बस स्टेशन परिसर में (पुरुष और महिला के लिए अलग-अलग) शौचालय मौजूद थे, लेकिन यहां यात्रियों की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत एक और टॉयलेट ब्लॉक बनाने की जरूरत महसूस की गई. यहां का पब्लिक एड्रेस सिस्टम ठीक काम कर रहा था, लेकिन सार्वजनिक सूचना प्रणाली (पीआईएस) एलईडी डिस्प्ले बोर्ड खराब था. उन्होंने इस पर गंभीर आपत्ति जताई.

यह भी पढ़ें- UP में सड़क पर 'नमाज' का 'हनुमान चालीसा' का पाठ कर किया विरोध

जब एमडी ने ड्राइवरों की स्वास्थ्य जांच स्थिति के बारे में पूछा, तो आरएम ने बताया कि कुंभ मेले से 8 महीने पहले सभी ड्राइवरों का 100 फीसदी स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था और प्रत्येक के रिकॉर्ड अच्छी तरह से बनाए हुए हैं. यह अच्छा है कि एक दिन में लंबी दूरी की राष्ट्रीय राजमार्ग व एक्सप्रेस वे पर 300 किमी से अधिक की यात्रा करने वाली सभी 80 बसों में दो ड्राइवर तैनात हैं. एमडी ने एआरएम और स्टेशन प्रबंधक से व्यक्तिगत रूप से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि ऐसी बसों में प्रत्येक दशा में दो चालक रहें. यदि किसी इंचार्ज ने एक चालक के साथ लम्बी दूरी को बस को रवाना करवा दिया तो उसे निलम्बित कर दिया जाएगा.

एमडी ने जीरो रोड की कार्यशाला का भी निरीक्षण किया गया. उन्होंने सड़क सुरक्षा कार्यशाला कक्ष का दौरा किया और ड्राइवरों के साथ बातचीत की. फील्ड विजिट, साइट निरीक्षण और अधिकारियों के साथ बैठक में एमडी ने सेवाओं में और सुधार के निर्देश दिए. ड्यूटी के समय चालकों को वर्दी पहनना सुनिश्चित कराने के लिए प्रबंध निदेशक ने प्रति निरीक्षण के दौरान यूनिफॉर्म न पहनने पर वेतन से 100 रुपए की कटौती की जाएगी. यदि यह आवृत्ति एक माह में तीन बार से अधिक है, तो उसे निलंबित कर दिया जाएगा. इसी तरह यदि कंडक्टर अपनी प्रत्येक यात्रा के दौरान अपने साथ फर्स्ट एंड मेडिकल किट नहीं रखता है तो उसके वेतन से भी 100 रुपए की कटौती की जाएगी.

यह भी पढ़ें- इस जानवर को बचाने के लिए ताजमहल के बाहर हुई 'नाक' से पेंटिंग

क्या करें और क्या न करें से सम्बंधित जानकारी सभी बसों में प्रदर्शित किए जाएंगे. एमडी ने वाहन ट्रैकिंग उपकरणों और सार्वजनिक सूचना डिस्प्ले पैनल की स्थापना और काम करने में खराब प्रदर्शन के लिए आईटीएमएस के काम को करने वाली निजी फर्म के भुगतान से राशि की कटौती के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया. इस मौके पर प्रयाग राज के क्षेत्रीय प्रबंधक, सिटी बस सेवा के क्षेत्रीय प्रबंधक, एआरएम और डिपो मैनेजर आदि मौजूद रहे.

यह वीडियो देखें- 

UP Roadways Up government UPSRTC CM Yogi Aditynath raj shekhar Uttar Pradesh bus accident
      
Advertisment