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बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में आरोपी इनामी बदमाश एनकाउंटर में ढेर

बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में कुख्यात बदमाश को मार गिराया गया है. उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम ने बदमाश हनुमान पांडे उर्फ राकेश पांडे को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है.

Updated on: 09 Aug 2020, 07:26 AM

लखनऊ:

भारतीय जनता पार्टी के विधायक कृष्णानंद राय (Krishnanand Rai) की हत्या के मामले में कुख्यात बदमाश को मार गिराया गया है. उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम ने बदमाश हनुमान पांडे उर्फ राकेश पांडे को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर में यूपी एसटीएफ और बदमाश राकेश पांडे के बीच मुठभेड़ हुई थी. राकेश पांडे हनुमान पांडेय मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) और मुन्ना बजरंगी का करीबी था और इस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था. मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद राकेश पांडे मुख्तार अंसारी गैंग का बड़ा शूटर बन गया था. मऊ के कोपागंज का रहने वाला राकेश पांडे कई सनसनीखेज वारदातों में शामिल था.

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ज्ञात हो कि बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की 29 नवंबर 2005 को गाजीपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कृष्णानंद राय की हत्या का आरोप बसपा विधायक मुख्तार अंसारी, मुन्ना बजरंगी समेत पांच लोगों पर लगा था. हालांकि कुछ दिन बाद आरोपियों में से मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या कर दी गई थी.

कृष्णानंद राय गाजीपुर के मोहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्र के गोंडूर गांव के रहने वाले थे. उन्होंने 2002 के चुनाव में मोहम्मदाबाद सीट पर मुख्तार के भाई अफजाल को हराकर अंसारी बंधुओं के वर्चस्व को चुनौती दी थी. यहीं से मुख्तार अंसारी और कृष्णानंद राय के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता की शुरुआत हुई थी. 13 जनवरी 2004 को मुख्तार अंसारी और कृष्णानंद राय के बीच पहली मुठभेड़ लखनऊ के कैंट इलाके में हुई थी.

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इसके बाद कृष्णानंद राय को अंसारी बंधुओं से अपनी जान का डर सताने लगा था. विधायक ने राज्य सरकार से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन तब इस बात को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया गया था. नतीजन 29 नवंबर 2005 को गाजीपुर में राय की हत्या कर दी गई.