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कोरोना पर लगाम कसने के लिए एंटीजन किट से जांच की तैयारी, ICMR विशेषज्ञ स्वास्थ्यकर्मियों को करेंगे प्रशिक्षित

गौतमबुध्द नगर में बेकाबू होता कोरोना वाइरस जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का कारण बना हुआ है. जून में अबतक कोरोना वायरस 1126 लोगों को अपना शिकार बना चुका है.

Updated on: 24 Jun 2020, 11:57 AM

नोएडा:

गौतमबुध्द नगर (Noida) में बेकाबू होता कोरोना वाइरस (Corona Virus) जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का कारण बना हुआ है. जून में अबतक कोरोना वायरस 1126 लोगों को अपना शिकार बना चुका है. इस दौरान 12 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर उत्तर प्रदेश बेकाबू होते कोरोना वायरस पर लगाम कसने के लिए एंटीजन किट से जांच की तैयारी कर रहा है. आइसीएमआर विशेषज्ञ स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित करेंगे. शासन के निर्देश पर ही जिले में अब कंटेनमेंट जोन में एंटीजन किट से जांच की तैयारी की जा रही है. 24 जून को इसके लिए एक प्रशिक्षक कार्यक्रम आयोजित होगा. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) के विशेषज्ञ स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित करेंगे और स्वास्थ्य कर्मियों को इसकी जाच विधि बताई जाएगी.

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जीबी नगर में एंटीजन किट से कोरोना का टेस्ट किया जाएगा

जिला अधिकारी सुहास एल.वाई ने बताया कि एनसीआर के अन्य क्षेत्रों के साथ जीबी नगर में एंटीजन किट से कोरोना का टेस्ट किया जाएगा. हमे आइसीएमआर से 15000 टेस्ट किट एक दो दिन प्राप्त हो जाएंगे. स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित के बाद स्वास्थ्य विभाग जांच की रणनीति बनाएगा. ऐसे स्थानों पर जांच होंगी जहा अब तक सबसे अधिक मरीजों की पुष्टि हुई है. वहीं ऐसे स्थान भी मरीज ढूंढे जा सकते हैं जहा संक्रमण का कारण पूरी तरह से पता नहीं चला हो. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार इस किट से जाच के बाद अधिकतम 30 मिनट में जाच रिपोर्ट आ जाएगी. ऐसे में प्रभावित इलाकों में जाच के बाद मरीज के पॉजिटिव होने की स्थिति में उसका इलाज शुरू कर दिया जाएगा. जल्द जाच रिपोर्ट आने से संक्रमण की स्थिति की जानकारी मिल सकेगी.

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कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने में भी मदद मिलेगी

मरीज और उनके संपर्क में रहे लोगों का इलाज शुरू किया जा सकेगा. इससे कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने में भी मदद मिलेगी. एंटीजन से कोरोना का टेस्ट से प्रारंभिक ट्रैकिंग, मृत्यु दर को कम करने और घटाने में मदद मिलेगी. जब नोएडा में मार्च के महीने जब कोरोना का पहला मामला मिला था. उसके बाद लॉकडाउन लगा दिया गया था जिसके कारण कोरोना वायरस पर लगाम लगी थी और मार्च-अप्रैल और मई के 3 महीनों में मरीजों की संख्या 453 थी. लॉकडाउन के जून में हटते ही के 22 दिनों में ही 1126 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है जो 3 महीने से मरीजों से 157 फीसदी अधिक है. कोरोना वाइरस के संक्रमण के कारण जून के 20 दिनों में ही मई के मुकाबले 8 गुना अधिक मौतें हुई हैं. मई के महीने में कोरोना संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या 7 थी जबकि जून महीने 12 लोगो की मौत हो चुकी है. मार्च और अप्रैल में इस बीमारी से एक भी मौत नहीं हुई थी.