कोरोना वायरस (Corona Virus) इन दिनों कहर बरपाए हुए है. स्वास्थ्य विभाग ने इससे बचाव के लिए बकायदा एडवाइजरी भी जारी की हुई है, इसके बावजूद यहां के स्वास्थ्य विभाग के कुछ अफसरों ने वितरण के लिए चीन से निर्मित मास्क को मंगा लिया. जानकारी सार्वजनिक होने के बाद विभाग में हड़कंप मंच गया और शासन की फटकार के बाद इसे वापस कराया गया है. सूत्र बता रहे हैं कि कमीशन के खेल में सस्ते चीनी मास्क लाकर पैसे बनाने का पूरा इंतजाम किया जा रहा था, लेकिन मामले का पता चलने के बाद इसे तत्काल वापस लेना पड़ गया.
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अब इनकी जगह एन 95 मास्क मंगाए गए हैं. बताया जा रहा इन मास्क में कोरोना प्रवेश नहीं कर सकता है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिस फर्म से मास्क आए थे, उन्हें वापस कर दिया गया है. वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमओ) डा. नरेन्द्र अग्रवाल ने कहा, 'एक कंपनी ने सैंपल के तौर पर चीनी मास्क भेज दिए थे, जिसे बाद में पता चलने पर तत्काल वापस कर दिया गया है. अभी कोरोना वायरस से निपटने में सक्षम एन 95 मास्क मंगवाकर वितरण किया गया है.'
स्वास्थ्य मंत्रालय ने इससे निपटने के लिए गाइड लाइन जारी की है. इसमें चीन-थाईलैंड समेत अन्य जगह से आने वाले यात्रियों पर नजर रखी जा रही है. उनकी जांच हो रही है.
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डाक्टर व स्टाफ की सुरक्षा के लिए एन 95 मास्क खरीदने के निर्देश दिए गए हैं. लेकिन उनकी जगह चीन निर्मित तीन लेयर वाले मास्क खरीद लिए गए. करीब 250 मास्क अस्पतालों में वितरित कर दिए गए थे. मास्क पर चीन की कंपनी का जिक्र था जिसे देखकर अफसर घबरा गए और इसे वापस कर दिया.
Source : News Nation Bureau