IND vs ENG: ऋषभ पंत का शतक, बुमराह का कहर, ओली पोप का पलटवार, हेडिंग्ले टेस्ट के दूसरे दिन की ऐसी रही कहानी
भारत-इंग्लैंड टेस्ट: ओली पोप का शतक, भारत के 471 के जवाब में इंग्लैंड ने 3 विकेट पर बनाए 209 रन
एफआईएच प्रो लीग : भारत को बेल्जियम ने 3-6 से हराया
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने कश्मीरियों से की मुलाकात, कहा- पटरी पर लौट रहा पर्यटन
बॉलीवुड का वो खतरनाक विलेन, जिसने स्मिता पाटिल को जड़ दिया था थप्पड़, फिर एक्ट्रेस ने ऐसे लिया था बदला
हरदोई और मथुरा में हुए हादसे पर सीएम योगी ने जताया दुख, अहम निर्देश दिए
एंजेलो मैथ्यूज ने टेस्ट क्रिकेट से लिया संन्यास, कहा- युवा खिलाड़ियों के आगे आने का समय
बस्तर में भय का वातावरण, लोकतंत्र में डर नहीं होना चाहिए : टीएस सिंहदेव
जिस गली से गुजरते थे लोग, उसी के नीचे महिला का शव दबाया, चार लोगों को हिरासत में लिया

Hathras Stampede: कैसे पुलिस की नौकरी छोड़ सत्संग की दुनिया में आए बाबा साकार हरि? खुद के पास है अपनी फौज

हाथरस के सिकन्दाराराऊ में साकार हरि नाम के जिस बाबा के सत्संग में भगदड़ मची, उनका असली नाम सूरज पाल है. साकार हरि अपने प्रवचन में दावा करते हैं कि पहले वह पुलिस के खुफिया विभाग में नौकरी करते थे.

हाथरस के सिकन्दाराराऊ में साकार हरि नाम के जिस बाबा के सत्संग में भगदड़ मची, उनका असली नाम सूरज पाल है. साकार हरि अपने प्रवचन में दावा करते हैं कि पहले वह पुलिस के खुफिया विभाग में नौकरी करते थे.

author-image
Mohit Sharma
New Update
Baba Narayan Sakar Hari

Baba Narayan Sakar Hari( Photo Credit : File Pic)

Hathras Stampede:  साकार हरि की अपनी फौज है. हल्के गुलाबी रंग के पैंट-शर्ट, पुलिस बेल्ट, हाथ में लाठी और सीटी लेकर हजारों की संख्या में इनके स्वयंसेवक कार्यक्रम स्थल और सड़कों पर चप्पे-चप्पे पर तैनात रहते हैं. एक नजर में देखने पर यह होमगार्ड जैसा कोई अनुशासित बल दिखाई देता है. बड़ी संख्या में महिला स्वयंसेवक भी तैनात रहती हैं. इनकी भी वर्दी होती है. बाबा की यह लंबी-चौड़ी फौज ट्रैफिक व्यवस्था से लेकर, पानी और दूसरे इंतजाम देखती है. कार्यक्रम स्थलों पर बाबा की फौज का यह गणवेश आप कई काउंटरों से बिकते देख सकते हैं. कहा जाता है इसे खरीदने की अनुमति उन्हीं लोगों की होती है, जिसे बाबा चाहते हैं. कई बार यह स्वयंसेवक आम आदमी को कार्यक्रम स्थल के पास से गुजरने से रोक भी देते हैं. प्रशासन भी इन स्वयंसेवकों के भरोसे शायद उतना ध्यान नहीं देता जितना उसे देना चाहिए. शायद प्रशासन की उपेक्षा और बाबा के स्वयंसेवकों पर जरूरत से ज्यादा भरोसे ने हाथरस जैसे बड़े हादसे को जन्म दिया है. हादसे से हाथरस से लेकर लखनऊ और दिल्ली तक हड़कंप मचा हुआ है.

Advertisment

यह खबर भी पढ़ें- Hathras Satsang: एक्शन मोड में CM योगी, 2 मंत्रियों और मुख्य सचिव-DGP को मौके पर भेजा; 2 लाख के मुआवजे का एलान

हाथरस के सिकन्दाराराऊ में साकार हरि नाम के जिस बाबा के सत्संग में भगदड़ मची, उनका असली नाम सूरज पाल है. साकार हरि अपने प्रवचन में दावा करते हैं कि पहले वह पुलिस के खुफिया विभाग में नौकरी करते थे. बाद में उन्होंने नौकरी छोड़कर सत्संग करना शुरू कर दिया. प्रवचन के क्षेत्र में आने के बाद सूरजपाल ने अपना नाम साकार विश्व हरि रख लिया. उन्हें भोले बाबा के नाम से भी जाना जाता है. परंपरागत कथावाचकों से अलग भोले बाबा थ्री पीस सूट में प्रवचन देते हैं. सत्संग के दौरान उनके साथ उनकी पत्नी भी विराजमान रहती हैं.

यह खबर भी पढ़ें- Hathras Accident: हाथरस भगदड़ में अब तक 100 से ज्यादा मौतें, PM मोदी ने जताया दुख

एटा में जन्म हुआ, दान-दक्षिणा नहीं लेते

भोले बाबा एटा जिले के बहादुर नगरी गांव के रहने वाले हैं. उनकी शुरुआती पढ़ाई एटा जिले में हुई. वह कांशीराम नगर में पटियाली गांव के रहने वाले हैं. बचपन में पिता के साथ खेती-किसानी करते थे. जवान हुए तो पुलिस में भर्ती हो गए. उनकी पोस्टिंग यूपी के 12 थानों के अलावा इंटेलिजेंस यूनिट में रही. 18 साल की नौकरी के बाद उन्होंने 90 के दशक में VRS ले लिया. अब अपने गांव में झोपड़ी बनाकर रहते हैं. अध्यात्म की तरफ जाने के बाद उन्होंने अपना नाम बदलकर साकार विश्वहरि रख लिया. उनकी पत्नी भी समागम में साथ रहती हैं. वह किसी अन्य बाबा की तरह भगवा पोशाक नहीं पहनते. वह अपने सत्संग में सफेद सूट और सफेद जूते में नजर आते हैं. कई बार कुर्ता-पैजामा और सिर पर सफेद टोपी भी लगाकर सत्संग करने पहुंचते हैं.

Source : News Nation Bureau

Hathras stampede Baba Narayan Sakar Hari Who is Baba Narayan Sakar Hari Hathras stampede incident Hathras stampede 2024 Hathras stampede reason Uttar Pradesh Stampede broke out in satsang uttar-pradesh-news
      
Advertisment