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हाथरस कांड: धमकियां मिलने पर पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया, बाहर जाने से पहले देनी पड़ रही सूचना

उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 साल की दलित लड़की के साथ कथित तौर पर उच्च जाति के युवकों द्वारा दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले को लेकर जनता में आक्रोश का माहौल है.

Updated on: 07 Oct 2020, 10:15 AM

हाथरस:

उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 साल की दलित लड़की के साथ कथित तौर पर उच्च जाति के युवकों द्वारा दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले को लेकर जनता में आक्रोश का माहौल है. मामले में जांच चल रही है तो सवर्णों के बीच पीड़ित परिवार अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित है. जिसके मद्देनजर अब योगी आदित्यनाथ की सरकार ने हाथरस पीड़िता के घर के बाहर चौबीसों घंटे सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है. पीड़ित परिवार ने सरकार से सुरक्षा की मांग की थी.

हाथरस के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल के मुताबिक, पीड़ित महिला के घर पर दो महिला उप-निरीक्षक और छह महिला कांस्टेबल तैनात हैं. पीड़िता के भाई की सुरक्षा के लिए दो सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी कर्मी भी घर के बाहर डेरा डाले हुए हैं. परिवार के हर सदस्य के लिए दो सुरक्षाकर्मी मुहैया कराए गए हैं. हालांकि अब कहीं भी जाने के लिए पहले परिवार को सुरक्षाकर्मियों को जानकारी देनी होगी, तभी व्यवस्था हो सकेगी.

इसके अलावा, किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए गांव में 15 पुलिसकर्मी, तीन स्टेशन हाउस अफसर और एक पुलिस उपाधीक्षक को तैनात किया गया है. पीड़ित परिवार ने बार-बार कहा था कि उन्हें अपनी सुरक्षा का डर है. उन्होंने यहां तक कहा था कि वे इस गांव को छोड़कर कहीं और बसना चाहते हैं.

पीड़िता के भाई का कहना है कि हम मिल रही धमकियों (मामले में गिरफ्तार चारों आरोपियों के समर्थकों से) से डरे हुए हैं. आने वाले दिन हमारे लिए और चुनौतीपूर्ण होंगे. उधर, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाथरस के गांव में आरोपियों के समर्थन में कई सभाएं और रैली हो चुकी हैं. आरोपियों के समर्थन में लोग प्रदर्शन भी कर चुके हैं. इन्होंने पीड़ित परिवार पर जबरन उनकी जाति के लोगों को फंसाने का आरोप लगाया.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें ऊंची जाति के कुछ लोगों को पीड़िता के परिवार को धमकी देते और अपराध के लिए गिरफ्तार हुए चार आरोपियों का बचाव करते नजर आ रहे हैं. बता दें कि 14 सितंबर को 19 साल की लड़की के साथ दुष्कर्म किया गया था जिसकी दिल्ली के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. मामले में सवर्ण जाति के चार युवकों पर आरोप लगे हैं, जिन्हें पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.