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उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में मरीजों से पैसे वसूले जा रहे, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का बड़ा बयान

केजीएमयू के 15वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 44 मेधावियों को सम्मानित भी किया. पुरस्कार पाने वालों में स्नातक, स्नातकोत्तर व अन्य कोर्स के टॉपर शामिल रहे.

Updated on: 25 Oct 2019, 02:51 PM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शुक्रवार को कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में मरीजों से पैसे वसूले जा रहे हैं. राज्यपाल आज लखनऊ स्थित किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के 15वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रही थीं. इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार तमाम रुपये खर्च करती है. बावजूद इसके मरीजों का हाल बहुत बुरा है. प्रदेश के अस्पतालों में मरीजों से पैसे वसूले जाते हैं. नए डॉक्टर संकल्प करके जाएं कि गलत व्यवहार नहीं करेंगे, चाहे वह निजी अस्पताल में जाएं या सरकारी में.

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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा, 'जितने भी अस्पतालों को मैंने देखा, वहां पर मरीजों की स्थिति ठीक नहीं है. बुखार मापने वाला यंत्र हो या फिर कोई और जांच के यंत्र, यह सभी नर्स या डॉक्टर के कमरे में ही रखे रहते हैं. मरीज की डायग्नोसिस सही नहीं की जा रही. कब टम्परेचर लिया गया, क्या बीमारी है? पूछो तो वार्ड में डॉक्टर हो या नर्स, बता नहीं पाते. यह बड़े दु:ख की बात है. डॉक्टर विनम्र रहें.'

राज्यपाल ने कहा कि गोल्ड पढ़ाई में मिला है, मगर विवाह में दहेज मत मांगना. उन्होंने कहा कि आस-पड़ोस में हो रहे बाल विवाह और दहेज को रोकने का प्रयास करें. राज्यपाल पटेल ने कहा, 'मेरे पास कई पत्र आए कि आप थाने क्यों जाती हैं? थाने नहीं जाना चाहिये. मैंने कहा कि मैं राज्यपाल हूं. कहीं भी जा सकती हूं. मुझे स्मृति चिन्ह के बजाय बुक्स दी जाएं. मुझे स्मृति चिन्ह नहीं चाहिए.'

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केजीएमयू के 15वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 44 मेधावियों को सम्मानित भी किया. पुरस्कार पाने वालों में स्नातक, स्नातकोत्तर व अन्य कोर्स के टॉपर शामिल रहे. वहीं अन्य विद्यार्थियों को संस्थान के स्थापना दिवस पर मेडल व डिग्री प्रदान की गई.