बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को सूबे की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार से मांग की कि वह नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर दर्ज किए गए मुकदमों को वापस ले और साथ ही विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को आर्थिक मदद प्रदान करे.
मायावती ने एक ट्वीट में कहा, "सीएए और एनआरसी के विरोध में संघर्ष करने वाली महिलाओं समेत जिन लोगों के भी खिलाफ उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा गलत मुकदमें दर्ज किए गए हैं, उन्हें तुरंत वापस लिया जाए और इस दौरान जिनकी जान गई है, सरकार उनकी भी उचित मदद करे. यह बसपा की मांग है."
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इससे पहले मायावती लखनऊ विश्वविद्यालय में सीएए को पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने को लेकर विरोध दर्ज करा चुकी है. उन्होंने कहा था, "सीएए पर बहस आदि तो ठीक है, लेकिन कोर्ट में इस पर सुनवाई जारी रहने के बावजूद लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा इस अतिविवादित व विभाजनकारी नागरिकता कानून को पाठ्यक्रम में शामिल करना पूरी तरह से गलत व अनुचित है. बसपा इसका सख्त विरोध करती है तथा प्रदेश में सत्ता पर आने के बाद इसे अवश्य वापस लेगी."
Source : News State