उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पिछले दिनों कोरोना महामारी में संक्रमण रोकने के लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करते वक्त सुरक्षा उपकरणों की कमी और प्रशासनिक लापरवाही के चलते सफाई कर्मियों की मौत पर रोष प्रकट किया है. गौरतलब है कि प्रदेश में कई सफाई कर्मियों की अपनी ड्यूटी निभाते वक्त मौत हुई है लेकिन शासन प्रशासन से उनके परिवार को राहत नहीं मिली.
यह भी पढ़ेंः CM योगी का बड़ा आदेश, किसानों से खेत में ही फसल खरीद के हों उपाय
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने जारी बयान में कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि हमारी सरकार ने सफाई कर्मचारी साथियों को मरने के लिए लिए छोड़ दिया है. इस कोरोना महामारी में अपनी जान हथेली पर लेकर सफाई कर्मी समाज सेवा कर रहे लेकिन सरकार लगातार उनके साथ खिलवाड़ कर रही है उन्होंने कहा की पूरे प्रदेश में कई जिलों में इस तरह की घटनाएं संज्ञान में आई हैं.
यह भी पढ़ेंः हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा को लेकर AIIMS डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने किया बड़ा दावा, जानें क्या
जारी प्रेस नोट में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कौशांबी में 23 मार्च को संदीप कुमार, 6 अप्रैल रेउसा के आत्माराम, 10 अप्रैल हरदोई के राजेश कुमार और पिछले दिनों लखनऊ सहादतगंज के रोहित की साफ सफाई और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करते वक्त मौत हो गई. यह साधारण मौत नहीं है, यह सरकारी लापरवाही का परिणाम है. सफाई कर्मचारियों के सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है. सभी सफाईकर्मी साथियों की सुरक्षा की सरकार गारंटी करे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में हुई सफाई कर्मियों की मौत पर योगी आदित्यनाथ को जबाब देना होगा. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मांग करते हुए कहा कि सरकार तत्काल पीड़ित परिवारों को 50 50 लाख मुआवजा की घोषणा करे.
Source : News State