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Gorakhpur: राज्य का पहला स्वदेशी तकनीकी का क्रूज और फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, 350 लोगों के बैठने की होगी क्षमता 

गोरखपुर शहर की पहचान बने रामगढ़ताल में पर्यटकों की संख्‍या को देखते हुए प्रदेश सरकार ने मुंबई और गोवा की तरह क्रूज और फ्लोटिंग रेस्‍टोरेंट चलाने का निर्णय लिया है.

Updated on: 11 Jun 2023, 10:33 PM

नई दिल्ली:

गोरखपुर में भारत का पहला आईआरएस टेक्नोलॉजी से बनने वाला क्रूज़ अब लगभग बनकर तैयार है. इसके साथ ही फ्लोटिंग रेस्टोरेंट भी रामगढ़ ताल के पानी पर अठखेलियां करते हुए लोगों को मनोरंजन और स्वाद का खजाना देने जा रहा है. देसी तकनीक से पहली बार पूर्वांचल के ही इंजीनियरों और कामगारों के द्वारा बनाए गए इस क्रूज और फ्लोटिंग रेस्टोरेंट के जरिये ना सिर्फ रामगढ़ ताल का इलाका पर्यटन का गढ़ बनने जा  रहा है बल्कि यहां विकास की नई कहानी भी लिखी जा रही है. मुंबई और गोवा की तर्ज पर अब गोरखपुर के लोग भी रामगढ़ताल में क्रूज और फ्लोटिंग रेस्‍टोरेंट पर डिनर और म्यूजिक का आनंद ले सकेंगे.

गोरखपुर विकास प्राधिकरण एक से दो महीने में ये सौगात गोरखपुर और उत्तर प्रदेश के लोगों को देने जा रहा है. मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की पहल और सांसद रवि किशन की कोशिशें अब रंग लाने लगी हैं और रामगढ़ ताल के किनारे आकर लेने लगा है यूपी में बना पहला स्वदेशी तकनीकी का क्रूज और फ्लोटिंग रेस्टोरेंट.
 
गोरखपुर शहर की पहचान बन चुके रामगढ़ताल में आने वाले पर्यटकों की संख्‍या को देखते हुए प्रदेश सरकार ने मुंबई और गोवा की तर्ज पर क्रूज और फ्लोटिंग रेस्‍टोरेंट चलाने का फैसला लिया है. 40 मीटर लंबे, 10 मीटर चौड़े और 40 मीटर ऊंचाई वाले इस क्रूज का निर्माण भी शुरू हो चुका है. तीन फ्लोर के इस क्रूज में हाईटेक सुविधाओं के साथ 350 लोगों की क्षमता होगी. इसमें रेस्‍टोरेंट, बार और बेडरूम के साथ लिविंग एरिया भी होगा. इस क्रूज पर लोग छोटे-बड़े फंक्‍शन भी कर सकेंगे.
 
यह क्रूज़ आईआरएस टेक्नोलॉजी के तहत भारत का पहला क्रूज बनने का तमगा हासिल करने जा रहा है. क्रूज जहां नदी या समुद्र में चलते हैं वही किसी ताल में पहली बार क्रूज़ चलाने का फैसला उत्तर प्रदेश सरकार ने लिया है. लगभग 10 करोड़ की लागत से बनने वाले इस क्रूज में जब लोग आएंगे तो उन्हें वह सारी सुविधाएं यहां पर मिलेंगी जिसकी उम्मीद लेकर लोग क्रूज की सवारी करने मुंबई या गोवा जाते हैं.