गोरखपुर: चिड़ियाघर से सटी जीडीए की जमीन पर कूड़े का ढेर, जानवरों में संक्रमण का खतरा  

गोरखपुर में नगर निगम को हर साल प्रदेश सरकार के द्वारा करोड़ों रुपए कूड़ा निस्तारण के लिए भेजे जाते हैं लेकिन स्थापना से अब तक नगर निगम के पास अपना कोई स्थाई डंपिंग यार्ड नहीं है, जहां पर वह कूड़े का निस्तारण कर सकें.

गोरखपुर में नगर निगम को हर साल प्रदेश सरकार के द्वारा करोड़ों रुपए कूड़ा निस्तारण के लिए भेजे जाते हैं लेकिन स्थापना से अब तक नगर निगम के पास अपना कोई स्थाई डंपिंग यार्ड नहीं है, जहां पर वह कूड़े का निस्तारण कर सकें.

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Mohit Saxena
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Garbage piled( Photo Credit : social media )

गोरखपुर में नगर निगम को हर साल प्रदेश सरकार के द्वारा करोड़ों रुपए कूड़ा निस्तारण के लिए भेजे जाते हैं लेकिन स्थापना से अब तक नगर निगम के पास अपना कोई स्थाई डंपिंग यार्ड नहीं है, जहां पर वह कूड़े का निस्तारण कर सकें. बीते कई महीनों से गोरखपुर के नौसढ़ चौराहे के पास कूड़ा गिराने वाले नगर निगम की गाड़ियों को जब स्थानीय लोगों ने रोक दिया तो अब नगर निगम की गाड़ियां चिड़ियाघर से सटी जीडीए की जमीन पर कूड़ा गिराना शुरू कर दिया है. जीडीए की इस जमीन पर वन विभाग ने पेड़ लगवाए हैं और यह पूरा इलाका रामगढ़ ताल के वेटलैंड के अंतर्गत आता है.

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इस इलाके में कूड़ा निस्तारण पूरी तरह से प्रतिबंधित है, बावजूद इसके नगर निगम सारे मानकों की अनदेखी कर रहा है. जहां पर नगर निगम अपना कूड़ा डाल रहा है उसके ठीक बगल में चिड़ियाघर और रामगढ़ ताल है और इसी के पास कई पाश कालोनियां भी है. नगर निगम के द्वारा यहां कूड़ा डालने की वजह से भयानक बदबू फैल रहा है और इसकी वजह से चिड़ियाघर के जानवरों में भी संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है. खतरे की स्थिति को देखते हुए आज नगर निगम के कूड़े की गाड़ियों को चिड़ियाघर और वन विभाग के अधिकारियों ने जब कूड़ा डालने से रोका तो यहां पर बवाल खड़ा हो गया. 

नगर आयुक्त ने कूड़े को निस्तारित कराने के लिए खुद ना आकर प्रवर्तन टीम के अधिकारियों को मौके पर भेजा लेकिन स्थानीय लोगों, चिड़ियाघर तथा वन विभाग के अधिकारियों के विरोध की वजह से यह संभव नहीं हो सका. चिड़ियाघर के अधिकारियों का कहना है कि इस समय देश-विदेश के तमाम जानवर चिड़ियाघर में लाए गए हैं लेकिन कूड़े की वजह से उनकी जान को खतरा हो सकता है. उन्होंने नगर निगम को पत्र भी लिखा है लेकिन अभी तक कूड़ा डालने के लिए यहां पर गाड़ियां पहुंच रही है. वहीं जब न्यूज़ स्टेट की टीम ने प्रवर्तन दल के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की तो वह अपनी गाड़ी से भागने लगे लेकिन उन्हें दौड़ा कर रोकने पर उन्होंने बहाना बनाया कि यहां पर एक कूड़े की गाड़ी गलती से आ गई थी और उसे दूसरी जगह पर भेजा जा रहा है. बीते कई दिनों से यहां पर कूड़ा डालने की बात को उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया. हालांकि आज चिड़ियाघर और वन विभाग के विरोध की वजह से यहां पर कूड़ा नहीं पड़ा लेकिन नगर निगम के कूड़े की 40 गाड़ियां बकरीद के मलबे को लेकर इस समय शहर में घूम रही है जो बड़े विवाद का कारण बन सकती हैं. 

Source : Deepak Shrivastava

gorakhpur Garbage piled GDA land adjacent to zoo risk of infection in animals
      
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