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गोरखपुर मौत मामले में पहली गिरफ्तारी, BRD अस्पताल के प्रिंसपल और उनकी पत्नी पुलिस के हत्थे चढ़े

गोरखपुर के बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत के मामले में मंगलवार को पहली गिरफ्तारी हुई।

Updated on: 29 Aug 2017, 05:00 PM

highlights

  • बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत मामले में प्रिंसिपल और उनकी पत्नी गिरफ्तार
  • प्रिंसिपल और उनकी पत्नी पर है भ्रष्टाचार का आरोप, पिछले दिनों पुलिस ने दर्ज की थी एफआईआर
  • बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पिछले दिनों कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी से 60 बच्चों की मौत हो गई थी

नई दिल्ली:

गोरखपुर के बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत के मामले में मंगलवार को पहली गिरफ्तारी हुई।

पुलिस ने बीआरडी कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल राजीव मिश्र और उनकी पत्नी पूर्णिमा शुक्ला को कानपुर से गिरफ्तार किया। अब उन्हें स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) गोरखपुर लेकर जाएगी। राजीव मिश्र और उनकी पत्नी पर एफआईआर में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं।

एसटीएफ ने कहा, 'बीआरडी कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल राजीव मिश्र और उनकी पत्नी को पुलिस ने गोरखपुर मौत मामले में पूछताछ के लिए गिरफ्तार किया है।'

मौत मामले में 24 अगस्त को पुलिस ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली कंपनी पुष्पा सेल्स के संचालकों, प्रिंसिपल डॉ राजीव मिश्र और उनकी पत्नी समेत सात कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।

आपको बता दें की गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कथित तौर पर ऑक्सीजन आपूर्ति की कमी की वजह से लगभग 60 बच्चों की मौत हो गई थी।

बच्चों की मौत के बाद उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठे थे। अस्पताल में बच्चों की मौत से दो दिन पहले योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल का दौरा किया था।

पूरे प्रकरण की जांच के लिए योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव राजीव कुमार को जांच का जिम्मा सौंपा था। जांच में प्रथम दृष्टया गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल पर प्रशासनिक लापरवाही, भ्रष्टाचार और अनदेखी के आरोप पाए गए हैं।

जांच में यह भी पाया गया है कि ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली कंपनी के भुगतान में कमीशनखोरी भी समस्या थी। इसी वजह से पुष्पा सेल्स के 68 लाख रुपये के भुगतान में देरी हो रही थी।

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