उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. देर रात एसटीएफ ने घुमंतू गैंग के सरगना बबलू को मुठभेड़ में मार गिराया है. यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने यह कार्रवाई की है. प्रतापगढ़ में एसटीएफ और बदमाशों के बीच एनकाउंटर हुआ. मौके से एक बंदूक, एक पिस्टल और कई कारतूस बरामद किए गए हैं. इसके अलावा एसटीएफ को खाने-पीने का सामान भी मिला है. इस मुठभेड़ में एसटीफ के 2 लोग भी घायल हो गए हैं, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है.
यह भी पढ़ेंः गुजरात के लिए रवाना हुई यूपी पुलिस की टीम, कमलेश तिवारी के दोनों हत्यारों को लाएगी लखनऊ
पुलिस के मुताबिक, मुठभेड़ के दौरान बदमाश बबलू के सिर और छाती पर गोली लगी. यह गैंग किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में था. गैंग के साथ बबलू भी मौजूद था, जो एसटीएफ की कार्रवाई में मारा गया, हालांकि बाकी साथी फायरिंग करते हुए भागने में सफल रहे. पुलिस का कहना है कि बबलू गैंग बनाकर डकैती की घटना को पूरे उत्तर प्रदेश में घूमघूमकर अंजाम देता था. बबलू पर डकैती और डकैती के साथ कई जघन्य हत्याओं के 15 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं.
यह भी पढ़ेंः बेटे का शव लेने जा रहा था पिता, रास्ते में ही सड़क दुर्घटना में चल गई जान
मृतक बदमाश बबलू कन्नौज जिले का रहने वाला था. वो 2003 में थाना कोतवाली प्रतापगढ़ के लोमहर्षक डकैती की घटना में वांछित था, जिसमें डकैती डालते समय परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी थी. इस मुकदमे में 2007 में अदालत ने 3 सहअपराधियों को फांसी की सजा सुनाई थी. इसी मुकदमे में प्रतापगढ़ से 50,000 का इनाम घोषित हो रखा था. इसके अलावा कानपुर नगर के थाना कल्याणपुर और थाना बिधनु के दो डकैती के साथ हत्या के मुकदमों में, सहारनपुर से पुलिस कस्टडी से फरार होने के केस में और थाना सरधना मेरठ के डकैती के साथ हत्या के केस सहित 5 केसेज में बदमाश बबलू वांछित चल रहा था.
Source : मनीष चौरसिया