logo-image

योगी आदित्यनाथ सभी भगवानों की जाति बता दें, हमारा काम आसान हो जाएगा : अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने राजस्थान छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश की जनता को आभार प्रकट कर कहा कि वह जनादेश का स्वागत करते हैं.

Updated on: 13 Dec 2018, 02:05 PM

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की जीत पर समाजवादी पार्टी का अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को भाजपा पर निशाना साधा. यूपी के पूर्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बीच योगी आदित्यनाथ को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि योगी जी से सपा को फायदा ही है. वह भगवानों की जाति बताते हैं. अखिलेश ने कहा कि अच्छा होता कुछ और भगवानों की जाति बता देते. इससे हमारा काम आसान हो जाता. हम अपनी जाति के भगवान से ही कुछ मांगते. इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं पड़ती.

यह भी पढ़ें-

अखिलेश यादव ने राजस्थान छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश की जनता को आभार प्रकट कर कहा कि वह जनादेश का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा है. सपा ने बस एक सीट मध्यप्र देश के छतरपुर में जीती है. पूर्व यूपी सीएम ने कहा जहां पार्टी का कुछ संगठन था वहीं पार्टी लड़ी. साथ ही उन्होंने कहा कि आज ही उनकी सरकार ने फैंसला किया है बीजेपी के खिलाफ जो भी सरकार बनेगी पार्टी उसका समर्थन करेगी. इसके बाद उन्होंने देश के किसानों पर बात करते हुए कहा कि किसान तकलीफ में है परेशान है कर्ज माफी चाहता है, जिसको कांग्रेस ने माफ करने का यकीन दिलाया है उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि सरकार बनने के बाद कांग्रेस पार्टी पहला काम यही करेगी.

अब यूपी की चुनावी तैयारियों में जुटी सपा

पांच राज्यों में चुनाव से फुरसत पाने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर ध्यान केंद्रित किया है. उन्होंने 18 दिसंबर को पार्टी मुख्यालय में पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है. इसमें पिछड़ों का समीकरण साधने की रणनीति तय करने के साथ ही बूथ स्तरीय तैयारियों की भी समीक्षा की जाएगी. प्रदेश में गठबंधन की संभावनाओं के बीच ही समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में कोई ढील नहीं देना चाहती. इसी क्रम में प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा शुरू किया है. बुधवार को उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों की समीक्षा की और गुरुवार को पूर्वाचल में पदाधिकारियों की बैठक करेंगे. पांच राज्यों के चुनाव में भाजपा की शिकस्त के बाद कार्यकर्ताओं का हौसला भी बढ़ गया है. पार्टी पदाधिकारियों के अनुसार 18 दिसंबर को होने वाली बैठक में चुनावी नजरिए से श्रृंखलाबद्ध कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जा सकता है. इस क्रम में बड़े नेताओं के दौरे भी बढ़ाए जाएंगे. बूथ स्तरीय समितियों को पार्टी पहले ही खड़ा कर चुकी है. उन्हें प्रस्तावित गठबंधन की स्थिति में किस तरह अन्य दलों से नियोजन रखना है, इस बारे में भी निर्देशित किया जाएगा.