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पूर्व आईपीएस अधिकारी को सीएए-विरोधी प्रदर्शन को संबोधित करने के लिए एएमयू जाने से रोका गया

संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में प्रदर्शन को संबोधित करने जा रहे पूर्व विशेष पुलिस महानिरीक्षक अब्दुर रहमान को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और नयी दिल्ली लौटने को कहा है.

Updated on: 03 Feb 2020, 04:49 PM

अलीगढ़:

संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में प्रदर्शन को संबोधित करने जा रहे पूर्व विशेष पुलिस महानिरीक्षक अब्दुर रहमान को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और नयी दिल्ली लौटने को कहा है. महाराष्ट्र के पूर्व आईपीएस अधिकारी रहमान ने सीएए के विरोध में 11 दिसंबर को पद से इस्तीफा देते हुए कहा था कि उन्होंने यह कदम सांप्रदायिक और असंवैधानिक नए नागरिकता कानून के प्रति विरोध स्वरूप उठाया है. रविवार को रहमान को अलीगढ़ के लोढ़ा थाने ले जाया गया.

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रहमान ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें पुलिस ने एक नोटिस दिया है कि एएमयू में उनकी मौजूदगी से कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो सकती हैं. लिहाजा, उन्होंने इसका पालन करने का फैसला किया है. वह प्रशासन की अनुमति लेने के बाद फिर से अलीगढ़ आएंगे. उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन्हें बताया है कि एएमयू में उनकी मौजूदगी के नाम पर कुछ लोग परिसर में गड़बड़ी फैला सकते हैं.

अलीगढ़ से रवाना होने से पहले उन्होंने कहा, ‘‘मैं वापस लौटने के लिए तैयार हो गया क्योंकि मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं और एएमयू जाने का मेरा उद्देश्य सिर्फ सीएए के बारे में बोलना था, गड़बड़ी के लिए उकसाना नहीं.’’ पूर्व आईपीएस अधिकारी ने बताया कि उन्हें ‘एएमयू स्टूडेंट्स कोआर्डिनेशन कमेटी’ ने नए नागरिकता कानून पर रविवार को संबोधित करने के लिए बुलाया था.

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उन्होंने कहा था, ‘‘यह विधेयक भारत की धार्मिक बहुलतावाद के खिलाफ है. मैं सभी न्यायप्रिय लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे लोकतांत्रिक तरीके से इस विधेयक का विरोध करें. यह संविधान की बुनियादी विशिष्टताओं के खिलाफ है.’’ रहमान ने एक बयान जारी कर कहा था, ‘‘मैं इस विधेयक की निंदा करता हूं. सविनय अवज्ञा के रूप में मैंने फैसला किया है कि मैं कल से दफ्तर नहीं जाउंगा. मैं इस सेवा को अंतत: छोड़ रहा हूं.’’