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Viral Video को संज्ञान में लेकर AMUSU के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन पर FIR दर्ज

फैजुल हसन पर पुलिस ने सेक्शन 153(ए) तहत FIR दर्ज की है.

Updated on: 24 Jan 2020, 05:04 PM

नई दिल्ली:

अलीगढ़ मुस्लिम छात्र यूनियन के पूर्व अध्यक्ष (Ex President of AMUSU) फैजुल हसन (Faijul Hassan) FIR दर्ज की गई है. अलीगढ़ के एसएसपी आकाश कुलहरि ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि पिछले दिनों अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन का एक वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो में वो विवादित बयानबाजी करते हुए दिखाई दे रहे थे जिसके बाद इस वीडियो को स्वतः संज्ञान में लेकर पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है. आपको बता दें कि फैजुल हसन पर पुलिस ने सेक्शन 153(ए) तहत FIR दर्ज की है.

आपको बता दें कि इसके पहले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) के पूर्व छात्र नेता फैजुल हसन (Former student leader Faizul Hasan) ने एक बड़ा ही विवादित बयान दिया था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हो रहा है. फैजुल हसन ने छात्रों के एक धरने को संबोधित करते हुए कहा है कि 'मुसलमान वो कौम हैं जो बर्बाद करने पर आएगी तो छोड़ेगी नहीं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हसन ने अपने बयान में ये भी कहा कि अगर सब्र की सीमा देखनी है तो हिंदुस्तानी मुसलमानों की देखिए, 1947 के बाद वर्ष 2020 तक यह सब्र है जो मुसलमान कर रहे हैं, कभी कोशिश नहीं की कि हिंदुस्तान टूट जाए, वरना रोक नहीं पाएंगे.

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लेकिन इस बयान के बाद न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत में फैजुल हसन ने धर्म के आधार पर बंटवारे की राजनीति से दूर रहने की बात की. साथ ही बीजेपी नेताओं को 22 करोड़ मुसलमानों को साथ लेकर चलने पर देश के मजबूत होने की बात कही.

एएमयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ने बाद में ये भी साफ किया कि उनको किसी भी सरकार से नफरत नहीं है लेकिन धर्म के आधार पर बंटवारे की कोई भी राजनीति उन्हें पसंद नहीं है. एएनआई से बातचीत में बाद में फैजुल हसन ने परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद की बहादुरी की चर्चा की. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय का समर्थन देश को मजबूत करेगा. उन्होंने कहा कि वीर अब्दुल हमीद ने पाकिस्तान के 22 टैंकरों को जलाया था. अगर अमित शाह और योगी ने देश के 22 करोड़ मुसलमानों के साथ वो प्रेम दिखाया होता तो कोई भी देश इनकी तरफ (भारत) आंख उठा कर नहीं देख पाता.