सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक फर्जी फतवा, अंदर लिखी बातें जानकर रह जाएंगे हैरान

आज एसएसपी दिनेश कुमार पी ने उस फतवे का खंडन करते हुए कहा कि यह फतवा देवबंद दारुल उलूम से नहीं जारी हुआ है और देवबंद दारुल उलूम से इस फतवे का कोई लेना देना नहीं है.

आज एसएसपी दिनेश कुमार पी ने उस फतवे का खंडन करते हुए कहा कि यह फतवा देवबंद दारुल उलूम से नहीं जारी हुआ है और देवबंद दारुल उलूम से इस फतवे का कोई लेना देना नहीं है.

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yogesh bhadauriya
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सांकेतिक चित्र

प्रतीकात्मक तस्वीर( Photo Credit : News State)

उत्तर प्रदेश के देवबंद में दारुल उलूम के नाम से सोशल मीडिया पर एक फतवा बहुत तेजी से वायरल हो रहा है जिस फतवे को लेकर काफी चर्चाएं बनी हुई हैं. आज एसएसपी दिनेश कुमार पी ने उस फतवे का खंडन करते हुए कहा कि यह फतवा देवबंद दारुल उलूम से नहीं जारी हुआ है और देवबंद दारुल उलूम से इस फतवे का कोई लेना देना नहीं है. देवबंद दारुल के लोगों ने भी इसका खंडन किया है और हमने एफ आई आर दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं और उसकी जांच के लिए एसपी देहात को निर्देशित किया है.

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आपको बता दें कि इस फतवे में मुसलमानों से अपील की गई है कि आप हिंदू बस्तियों ओर गांवों में जाएं और उन इलाकों में केमिकल मिलाकर घटिया क्वालिटी के फल सब्जी दूध पनीर आइसक्रीम आदि चीजें भेजें जिससे हिंदू और उनके बच्चे भारी मात्रा में बीमारी की गिरफ्त में आए. इस फतवे को लेकर दारुल उलूम देवबंद और पुलिस दोनों ने इसका खंडन किया है और अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.

Source : News State

UP News hindu muslim fake fatwa
      
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