/newsnation/media/post_attachments/images/2017/05/02/96-body.jpg)
बेटे का शव कंधे पर रखकर जाता पिता
एक बार फिर इंसानियत शर्मसार हो गई। उत्तरप्रदेश के इटावा जिले में एक पिता को अपने बेटे का शव कंधे पर रखकर जाना पड़ा। अस्पताल ने शव को घर ले जाने के लिए एंबुलेंस तक मुहैया नहीं कराई जो गरीबों के लिए फ्री है।
जानकारी के मुताबिक बेटे के पैरों के दर्द के इलाज के लिए उदवीर उसे इटावा के जिला अस्पताल लाया था। उदयवीर का आरोप है कि अस्पताल में डॉक्टरों ने उसके बेटे का इलाज नहीं किया। डॉक्टरों ने उसे बिना देखे ही मृत घोषित कर दिया और उसे अस्पताल से ले जाने के लिए कह दिया।
#WATCH Etawah: Man carries body of his son on shoulders after a govt hospital allegedly denies to provide ambulance or hearse pic.twitter.com/gXB0CZULee
— ANI UP (@ANINewsUP) May 2, 2017
इसे भी पढ़ें: असम: भाई का शव साइकिल पर ले जाता दिखा शख्स, सीएम सोनोवाल का है विधानसभा क्षेत्र
उदयवीर ने बताया कि उसके बाद वह बेटे के शव को कंधे पर रखकर अस्पताल परिसर से बाहर निकल आया और एम्बुलेंस व शव वाहन के लिए चिल्लाता रहा लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी। उदयवीर का गांव अस्पताल से सात किलोमीटर दूर था लेकिन बेटे को कंधे पर लाद कर वह गांव के लिए चल पड़ा।
उदयवीर ने कहा, 'किसी ने मुझे नहीं बताया कि मैं अपने बेटे के शव को घर ले जाने के लिए एंबुलेंस का हकदार हूं या नहीं।' जब वह अस्पताल से बेटे के शव को कंधे पर लेकर बाहर निकला तो किसी ने मोबाइल पर इसका वीडियो बना लिया था। उदयवीर बेटे के शव को बाइक से घर लेकर गए।
इसे भी पढ़ें: नाले में पड़ा मिला 11वीं के छात्र का शव, ज्योमेट्री बॉक्स के इक्विपमेंट को हथियार बनाकर किया कत्ल
वहीं सीएमओ डॉ राजीव कुमार यादव का कहना है कि दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सीएमएस डॉ. अशोक पालीवाल का कहना है कि डॉक्टर ने बच्चे को देखा था वह पहले ही मर चुका था। इसके बाद पिता उसको लेकर चला गया उसने किसी से एम्बुलेंस या शव वाहन के लिए नहीं कहा।
HIGHLIGHTS
- इटावा के सरकारी अस्पताल में मजदूर को नहीं मिली बेटे का शव ले जाने के लिए एंबुलेंस
- बेटे का शव कंधे पर रखकर अस्पताल से निकला, बाद में किसी की मदद से बाइक पर ले गया
Source : News Nation Bureau