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झांसी एनकाउंटर पर अखिलेश यादव का बयान, कहा- निर्दोष था पुष्पेंद्र, पुलिस ने की हत्या

अखिलेश यादव के समर्थकों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

Updated on: 09 Oct 2019, 09:43 PM

नई दिल्ली:

झांसी एनकाउंटर मामले में अब सियासत बढ़ती जा रही है. झांसी में हुए पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर का मामला अब राजनीतिक गलियारों में गूंजने लगा है बुधवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने अपने समर्थकों की भारी भीड़ के साथ करगुआ गांव पहुंचे और एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र यादव के परिजनों से मुलाकात की वहां पहुंच कर अखिलेश यादव के समर्थकों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. अखिलेश यादव ने पुष्पेंद्र के परिजनों से वादा किया है कि समाजवादी पार्टी उनके साथ खड़ी है उनके बेटे को न्याय मिलेगा.

पूरे इलाके में इस एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र के प्रति सहानुभूति है जबकि पुलिस की भूमिका पर लोग सवाल उठा रहे हैं. जब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पुष्पेंद्र के परिजनों से मिलने पहुंचे तो लोगों ने पुलिस के खिलाफ खूब नारेबाजी की. पुष्पेंद्र के घर पर मौजूद गांव वालों ने भी पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए और हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग करने लगे. वहां मौजूद लोग इतने ज्यादा उग्र हो गए कि वहां मौजूद पुलिस को इन लोगों को काबू में करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.

हत्या का पर्याय पुलिस: अखिलेश
पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर का मामले में यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव पुष्पेंद्र के गांव में उनके परिजनों से मिलने पहुंचे थे. अखिलेश यादव ने फर्जी एनकाउंटर की जांच सिटिंग जज से कराए जाने की मांग की है. मामले को सियासी रंग देते हुए अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार पर भी करारा हमला बोला. अखिलेश ने कहा कि इस सरकार में यूपी पुलिस हत्या का पर्याय बन गई है. इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने हाल के दिनों में हुए कई एनकाउंटरों पर पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया, अखिलेश ने सहारनपुर और आजमगढ़ सहित कई जिलों में फर्जी एनकाउंटर की बात कह कर यूपी पुलिस पर हमला बोला.

ये है पूरा मामला
शनिवार की रात में मोंठ थाने के इंस्पेक्टर पर हमला बोलकर उनकी कार लूट ली गई जिसके बाद अगली सुबह गुरसराय थाना क्षेत्र में पुलिस एनकाउंटर में कथित तौर पर पुष्पेंद्र को मार गिराया. पुलिस का आरोप है कि कार लूटकर भागने वालों में पुष्पेंद्र और उसके 2 साथी शामिल थे मुठभेड़ के दौरान उसके दो साथी भाग निकले. पुलिस ने ये आरोप भी लगाए हैं कि पुष्पेंद्र की कार से दो तमंचे कारतूस और मोबाइल भी बरामद किए गए हैं. इसके अलावा झांसी पुलिस ने दावा किया है कि पुष्पेंद्र ने शनिवार की रात करीब 9 बजे मोंठ थाना के प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह चौहान पर बमरौली बायपास चौराहा के पास हमला किया था. प्रभारी निरीक्षक के आरोपों के मुताबिक हमलावरों ने गोली चलाकर उनकी कार लूटी और फरार हो गए.

वहीं पुष्पेंद्र के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने पुष्पेंद्र को जबरदस्ती पकड़कर मारा गया है. वो अपने बेटे की मौत पर न्याय चाहते हैं. परिजनों का आरोप है कि पुष्पेंद्र के खिलाफ कोई शिकायत नहीं थी. कभी किसी ने उसके बारे में कुछ नहीं कहा. लेकिन पुलिस ने उसे अपराधी बताकर उसका एनकाउंटर कर दिया. वहीं पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर के बाद पुलिस ने भी अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार ही सारे काम किए गए. इसकी जांच मजिस्ट्रेट लेवल पर एडीएम ईस्ट झांसी को दी गई है. वहां से बरामद किए गए हथियार को फॉरेंसिक लैब भेजा गया है.