Etawah News: सर्दी से बचने के लिए लोग रजाई-कंबल का इस्तमाल करते हैं या कोई गर्म स्थान देखते हैं. ऐसा ही कुछ 2 युवकों ने किया, उन्होंने एक वैन का सहारा लिया और उसे स्टार्ट कर खिड़की के शीशे लगाकर उसके अंदर सो गए. लेकिन अगले ही दिन उनकी गाड़ी से लाश बरामद हुई. ये दिल दहला देने वाला मामला उत्तर प्रदेश के इटावा का है. यहां दोनों युवक वैन की मरम्मत करने के बाद गाड़ी के अंदर ही हीटर चालू करके अंदर ही सो गए थे. उसके बाद सुबह होने पर दोनों के शव बरामद हुए. इस दुखद घटना को लेकर अनुमान लगाया जा रहा है कि गैस बनने से दोनों की दम घुट गया और जान चली गई. वहीं घटनास्थल पर पहुंचकर मृतकों के परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया, जिस पर एएसपी सत्यपाल सिंह ने समझा बुझाकर उनको शांत कराया.
यहां हुई थी घटना
पूरा मामला ग्वालियर बरेली हाईवे पर बसरेहर थाना क्षेत्र में गांव मोहब्बतपुर के पास गांव का है. यहां कार मैकेनिक 27 वर्षीय शैलेंद्र कुमार राजपूत तथा उसका 22 वर्षीय हेल्पर इसी क्षेत्र में गांव चकवा बुजुर्ग में रहने वाले अखिलेश कुमार का बेटा समर गैराज खोले हुए थे. शनिवार देर शाम को मारुति ओमनी वैन के इंजन की मरम्मत करने के बाद सर्दी के चलते हीटर चालू करके दोनों अंदर से खिड़की बंद करके ओमनी में लेट गए.
गाड़ी से शव बरामद
अगले दिन सुबह जब आसपास के लोगों ने देखा तो वैन स्टार्ट खड़ी थी. लोगों ने पास जाकर देखा तो वहां पर दोनों के शव बरामद हुए थे. सूचना उनके परिजनों को दी गई, जो शीघ्रता से मौके पर आ गए और हड़कंप मच गया. बसरेहर थाना प्रभारी समित चौधरी फोर्स तथा फॉरेसिंक टीम के साथ मौके पर पहुंचे. साक्ष्य जुटाने को नमूने एकत्रित किए गए. इस दौरान परिजनों ने जांच को लेकर हंगामा कर दिया. सूचना पर एएसपी ग्रामीण सत्यपाल सिंह व सीओ सैफई पहुप सिंह आ गए, जिन्होंने हंगामा कर रहे लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया. दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया.
इस हृदय विदारक हादसे से दोनों गांवों में मातम छा गया. शैलेंद्र कुमार तीन भाई थे, जिनमें वह सबसे छोटा था. उसकी शादी आठ साल पहले जूली राजपूत के साथ हुई थी. मृतक शैलेंद्र के दो बच्चे आरिफ छह साल का तथा जस्सू तीन साल का है. वह अपनी गैराज पर कारों की मरम्मत कर परिवार का पालन पोषण कर रहा था. लेकिन इस घटना से दोनों परिवारों पर मुसीबतों का पहाड़ सा टूट पड़ा है.