बसपा अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने रविवार को केन्द्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा (BJP) सरकार को कोरी बयानबाजी के बजाय व्यापक जनहित और देशहित के मुद्दों पर गम्भीरता से काम करने की सलाह देते हुए कहा कि जनता अब सिर्फ ठोस कार्रवाई और नतीजे ही देखना चाहती है. मायावती ने बसपा की उत्तर प्रदेश इकाई के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों के कोरे दावे बहुत हो चुके हैं और अब उन्हें ग़रीबी, बेरोज़गारी, महंगाई, महिला असुरक्षा तथा बदतर कानून-व्यवस्था जैसे व्यापक जनहित और देशहित के मुद्दों पर मिलकर पूरी गंभीरता से काम करने की ज़रूरत है.
यह भी पढ़ें- आलू बताकर बोरी में 3600 क्विंटल प्याज नेपाल भेज दिया, व्यापारी हिरासत में
अब जनता इन सब मामलो में केवल ठोस कार्रवाई और बेहतर परिणाम ही देखना चाहती है. प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में महिलाओं पर अत्याचार की लगातार बढ़ रही वारदात, खासकर बलात्कार, हत्या तथा महिलाओं को जलाकर मार डालने की प्रवृति को लेकर खासी चिन्ता व्यक्त की.
यह भी पढ़ें- उन्नाव रेपः BJP ने कहा पीड़िता के परिवार वालों को भड़का रही सपा
इस बैठक में पिछली बार दिये गये कार्यों की जिलावार गहन समीक्षा की गई तथा पाई गई कमियों को दूर करके आगे बढ़ने के लिए भी जरूरी निर्देश दिये गये. मायावती ने गत दिसम्बर को बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर की पुण्यतिथि पर पार्टी द्वारा यहां प्रदेश में भी आयोजित किये गये कार्यक्रमों में जनभागीदारी सम्बन्धी मण्डलवार रिपोर्ट ली.
यह भी पढ़ें- उन्नाव पुलिस ने महिला से कहा, 'दुष्कर्म जब होगा, तब आना'
उसके बाद उन्होंने कहा कि आम्बेडकर का मानना था कि केन्द्र तथा राज्यों में सत्ता हासिल किये बिना उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में सर्वसमाज में से खासकर दलितों, आदिवासियों, अन्य पिछड़े वर्गों, मुस्लिम और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों एवं अन्य उपेक्षित वर्गों के लोगों का भला नहीं हो सकता है. मायावती ने कहा कि इसके लिए इन वर्गों को बसपा के बैनर तले संगठित होकर केन्द्र तथा राज्यों की सत्ता अपने हाथों में ही लेनी होगी.
Source : Bhasha