समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. मुहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के लिए पैसा कहां से आया इसकी जांच भी अब होगी. ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने डीएम से इस बारे में जानकारी तलब की है. यूनिवर्सिटी को बनाने में सराकारी पैसे का इस्तेमाल और जमीनों पर कब्जे संबंधी जांच पहले से ही एसआईटी कर रही है.
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जौहर यूनिवर्सिटी सांसद आजम खां के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है. लेकिन अब इस पर शासन और प्रशासन का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. शिकायतें मिलने पर शासन ने पहले SIT की जांच शुरु कराई है जो अभी भी जारी है. जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने सीडीओ की अध्यक्षता में एक टीम बनाई है.
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आजम खां के खिलाफ जमीन के मामले में कुल 27 मुकदमें अजीमनगर में दर्ज हैं. जबकि राजस्प परिषद में 14 मुकदमें बिना अनुमति के अनुसूचित जाति के लोगों की जमीन खरीदने के आरोप में चल रहा है. प्रवर्तन निदेशालय ने भी सपा सरकार में पूर्व मंत्री और रामपुर से सांसद मोहम्मद आजम खां के खिलाफ FIR का ब्योरा मांगा है.
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ईडी ने रामपुर में पुलिस से जमीनों पर अवैध कब्जों से लेकर अन्य सभी मामलों में मुकदमों की प्रतियां मांगी हैं. जिलाधिकारी का कहना है कि यूनिवर्सिटी बनाने के लिए पैसा कहां से आया इसकी जांच ईडी कर सकती है. ईडी का पत्र मिला है जिसमें विवि के बारे में जानकारी मांगी गई है.
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जमीन कब्जाने के आरोपों में फंसे आजम खां ने मुकदमों को लेकर ट्वीट करते हुए कहा है कि इतने आरोप तो वीरप्पन और दुआ पर भी नहीं है. मुझे पुलिस एनकाउंटर में मरवा क्यों नहीं देती. युनिवर्सिटी गेट का फोटो लगाकर आजम ने लिखा है कि ये मेरे बड़े गुनाह की एक छोटी सी तस्वीर.
HIGHLIGHTS
- यूनिवर्सिटी के लिए पैसा कहां से आया इसकी जांच होगी
- सीडीओ की अध्यक्षता में एक टीम बनाई गई है
- अब ईडी भी इसकी जांच करेगी
Source : News Nation Bureau