IND vs ENG: न वसीम अकरम, न अनिल कुंबले, अब जसप्रीत बुमराह के नाम दर्ज हो गया है ये महारिकॉर्ड
भारत बनाम इंग्लैंड: सचिन तेंदुलकर से आगे निकले जो रूट, दर्ज हुआ यह 'अनूठा रिकॉर्ड'
पहलगाम आतंकी हमला: दो लोगों पर लश्कर आतंकियों को पनाह देने का आरोप, एनआईए ने किया गिरफ्तार
बिहार: बैंक धोखाधड़ी मामला, सीबीआई कोर्ट ने तीन दोषियों को 3 साल सश्रम कारावास की सुनाई सजा
जब दाउद इब्राहिम के भाई ने सलमान और ऋषि कपूर के लिए किया था ये काम, जानकर नहीं होगा यकीन
Raviwar Ke Upay: रविवार को करें ये उपाय, धन से भर जाएगी तिजोरी
Iran-Israel Tension: ईरानी नेवी बेस पर इस्राइल का हमला, ईरान की सेना ने 14 इस्राइली ठिकनों पर किया अटैक
Ashadha Amavasya 2025: आषाढ़ अमावस्या पर दीपक से करें ये सरल उपाय, घर में बनी रहेगी सुख समृद्धि
भारत बनाम इंग्लैंड: 471 रन बनाकर भी टीम इंडिया के नाम जुड़ा 'शर्मनाक रिकॉर्ड', आखिर कैसे?

वाराणसी में 8 गुना बढ़ी सांस की बीमारियां, रिपोर्ट में खुलासा

वाराणसी में एक दशक में जहरीले कणों के वायु में फैलने से बच्चों की सांस संबंधित बीमारियों में आठ गुना वृद्धि हुई है।

वाराणसी में एक दशक में जहरीले कणों के वायु में फैलने से बच्चों की सांस संबंधित बीमारियों में आठ गुना वृद्धि हुई है।

author-image
sunita mishra
एडिट
New Update
वाराणसी में 8 गुना बढ़ी सांस की बीमारियां, रिपोर्ट में खुलासा

वाराणसी में 8 गुना बढ़ी सांस की बीमारियां, रिपोर्ट में खुलासा

वाराणसी में एक दशक में जहरीले कणों के वायु में फैलने से बच्चों की सांस संबंधित बीमारियों में आठ गुना वृद्धि हुई है। एक नई रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गृह क्षेत्र वाराणसी को जापान के शहर क्योतो की तरह बनाने की बात कही थी। एक रिपोर्ट के अनुसार, चिकित्सकों ने कहा है कि इस साल ठंड में वायु प्रदूषण कई दिनों तक असामान्य रूप से औसत से पांच गुना ज्यादा रहा। इससे दमा के मामले बढ़ रहे हैं।

Advertisment

ये भी पढ़ें, नोटबंदी: बुलंदशहर में महिलाओं ने पुलिसकर्मी को चप्पल से पीटा, जवाब में पुलिस ने की फायरिंग (Video)

रिपोर्ट में शहर में बढ़ते हुए पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) के स्तर के साथ-साथ बढ़ती हुई सांस की बीमारियों की प्रवृत्ति को उजागर किया गया है। गंगा नदी के किनारे सिगरा इलाके के डॉ. प्रदीप जिंदल ने कहा, 'अस्थमा के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली है, जो सिर्फ हमारी क्लीनिक में नहीं ही, बल्कि दूसरी क्लीनिक में भी देखी गई है।'

ये भी पढ़ें, अखिलेश का चुनावी दांव, दोबारा जीतने पर मुफ्त घर देने का किया ऐलान

उन्होंने कहा कि बीते दस साल में उन्होंने सांस की बीमारियों में आठ गुना वृद्धि देखी है। इससे बच्चे बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। इससे उनका भार जबरदस्त बढ़ गया है। करीब 80 फीसद मामले सांस की बीमारियों से जुड़े हुए हैं। जिंदल की बात की पुष्टि पल्मोनोलॉजिस्ट आर.एन. वाजपेयी भी करते हैं। वाजपेयी की क्लीनिक लंका इलाके में है।

वाजपेयी ने कहा, 'शहर में एक बड़ी समस्या सड़क की धूल की है। गर्मियों में धूल की आंधी से प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है।' उन्होंने कहा कि ब्रॉन्कियल एलर्जी और सीने के संक्रमण में बीते चार-पांच सालों में कई गुना वृद्धि हुई है।

HIGHLIGHTS

  •  इस साल ठंड में वायु प्रदूषण औसत से पांच गुना ज्यादा रहा जिससे दमा के मामले बढ़े
  •  करीब 80 फीसद मामले सांस की बीमारियों से जुड़े हुए हैं

Source : IANS

2017 UP election
      
Advertisment